GUNA. गुना में 3 हत्याओं के दोषी हनी दुबे को बालक न्यायालय और द्वितीय अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। आरोपी ने 3 लोगों की हत्या करने के बाद सबूत मिटाने के लिए लाशों को पेट्रोल डालकर जलाने की कोशिश की थी। हत्या के वक्त आरोपी हनी दुबे की उम्र 16 साल थी।
18 मई 2017 को हेमंत मीना की हत्या
गुना के जिला लोक अभियोजन अधिकारी ने बताया कि पहला मामला 18 मई 2017 का है। रात 8 बजे हेमंत मीना फरियादी अंतर सिंह से चालीस हजार रुपए लेकर बाइक खरीदने की बात कहकर आरोपी हनी दुबे के साथ घर से निकला था। वो घर वापस नहीं आया, तलाश करने पर पता नहीं चला। इसके बाद गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई। हेमंत मीना की अधजली हड्डियां खेजरा के पठार पर पड़ी हुई मिली। हनी दुबे से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि उसने हेमंत से पैसे ऐंठने की नीयत से दोस्त संस्कार श्रीवास्तव के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद मां पूनम के साथ मिलकर लाश को पेट्रोल डालकर जला दिया था और हड्डियां अलग-अलग जगहों पर फेंक दी थीं।
25 मई 2017 को लोकेश लोधा की हत्या
25 मई 2017 को फरियादी का भतीजा लोकेश लोधा सुबह आरोपी हनी दुबे और संस्कार श्रीवास्तव के साथ गया था। तब से वो घर नहीं आया। उसकी तलाश करने पर भी कुछ पता नहीं चला। इसके बाद पुलिस ने बताया कि लोकेश की मकरावदा डैम के पास पहाड़ियों पर आरोपी हनी ने संस्कार श्रीवास्तव के साथ मिलकर हत्या कर दी है।
27 मई 2017 को रितिक नामदेव की हत्या
27 मई 2017 को फरियादी मिंटू पैदल ही रेलवे पटरी से ईंटों के लेबर लेने पटेल नगर आ रहा था। जैसे ही वो पटेल नगर रेलवे ट्रैक की पुलिया के पास आया तो देखा कि पुलिया के नीचे भीड़ लगी है। वो पुलिया के नीचे आया और देखा कि एक अज्ञात व्यक्ति की अधजली लाश पड़ी है। इसकी सूचना डायल-100 को दी गई। किसी अज्ञात व्यक्ति ने मृतक के मुंह पर कपड़ा बांधकर मारपीट की और फिर हत्या के बाद आग लगा दी। मृतक की शिनाख्त आधार कार्ड से हुई। उसका नाम रितिक नामदेव था।