जबलपुर. यहां पति ने पैसों की लालच में महिला को कैरोसिन डालकर जिंदा जला दिया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया और झूठ बोला कि उसने खुद ही आग लगा ली। महिला की मौत हो गई, लेकिन 8 साल की बेटी ने सब कुछ देखा। उसने पुलिस को बयान दिए, जिसने आरोपी को जेल पहुंचा दिया। आरोपी ने ससुर की मौत के बाद सास को पेंशन दिलाने में कोर्ट में मदद की थी। सास को 8 लाख रुपए मिले। इसमें हिस्सा न मिलने पर उसने पत्नी को मार डाला।
नगर निगम में ड्राइवर है
पुलिस के मुताबिक, नीलू नन्हेट (30) को 15 जुलाई की शाम को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। वे 95% से ज्यादा झुलस गई थीं। पति नरेंद्र कुमार नन्हेट ने उन्हें भर्ती कराया। नरेंद्र ने पुलिस को बताया था कि वह नगर निगम में ड्राइवर है। 15 जुलाई की शाम वह घर पर था। खाना खाने के बाद आगे वाले कमरे में टीवी देख रहा था।उसकी पत्नी नीलू पूजा करने के लिए अंदर चली गई। थोड़ी देर में नीलू छत की सीढ़ी चढ़ते हुए गिर गई। आवाज सुनकर वह पहुंचा तो देखा कि वह जल रही थी। उसने कंबल डालकर आग बुझाई और परिजन के साथ पहले विक्टोरिया अस्पताल और फिर मेडिकल ले गया था। वहां 16 जुलाई की सुबह 5 बजे उसकी मौत हो गई थी।
बेटी के बयान से गिरफ्तार
पुलिस ने केस दर्ज कर मामला जांच में लिया। नरेंद्र की 8 साल की बेटी ट्विंकल ने पिता को जेल पहुंचा दिया। दरअसल ट्विंकल ने पिता की करतूत पुलिस को बता दी। बेटी ने बताया कि 15 जुलाई की शाम 7 बजे पापा उसकी मां नीलू का मुंह दबाकर कमरे में ले गए। वहां डिब्बे में रखा कैरोसिन डालकर आग लगा दी। नीलू की मां फूलमती ने बयान में बताया कि उसके पति के निधन के बाद पेंशन की राशि के लिए सिहोरा कोर्ट में केस चल रहा था। 4 महीने पहले सास केस जीत गईं।सास को 8 लाख रुपए मिले थे। सास के द्वारा नरेंद्र को हिस्सा नहीं देने पर नरेंद्र और उसकी पत्नी नीलू के बीच 4 महीने से विवाद था। आखिर में उसने पत्नी को मार डाला। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या और प्रताड़ना का केस दर्ज कर अरेस्ट कर लिया है।