Bhopal. अगर आपकी उम्र बढ़ रही है और आप अपने लिए जीवन साथी (Partner) ढूंढ रहे हैं तो जरा संभलकर क्योंकि ऑनलाइन (Online) रिश्ते कराने की आड़ में गैंग्स ऑफ ठग सक्रिय हैं। ये ठग मेट्रिमोनियल वेबसाइट (Matrimonial Website) पर अपना रजिस्ट्रेशन कराते हैं। कुछ ठग लड़के बनते हैं तो कुछ लड़की बनते हैं। गैंग के पास से पुलिस ने 21 मोबाइल, लैपटॉप, 31 सिम और रजिस्टर जब्त किए हैं।
5 हजार से ज्यादा लोगों को बना चुके हैं ठगी का शिकार
इस मामले में तीन गैंग शामिल है। तीनों गैंग दो साल में 5 हजार से ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बना चुकी हैं। इस बात का खुलासा ग्वालियर में पकड़ी मेट्रिमोनियल साइट के नाम पर ठगोरी गैंग के सदस्यों से पूछताछ में हुआ है। वहीं एसआई धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि इस मामले में सबसे अधिक ठगे हुए लोगों में से राजस्थान (Rajasthan) के 430, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के 421 और मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के 110 लोग शामिल हैं। इसके साथ धर्मेंद्र ने बताया कि ठगे गए लोगों में 70 प्रतिशत लोग प्राइवेट नौकरी वाले हैं।
किसकी शिकायत से खुला गैंग का रहस्य
नीरज अग्रवाल (Neeraj Aggarwal) नाम के व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि वे मेडिकल स्टोर संचालक हैं और वे अपने 35 साल के भतीजे के लिए लड़की ढूंढ रहा था। इसी बीच उसकी दुकान में आने वाली एक महिला ने उसे rishtey.com के बारे में बताया। उन्होंने महिला के बताए हुए नंबर पर भतीजे का पूरा बायोडाटा (Bio-Data) दे दिया। जिसके बाद एक लड़की की फोटो उनके पास आई। उनकी कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए बात कराई गई। ये सब होने के बाद रजिस्ट्रेशन के नाम पर रुपए जमा कराए गए। इसके बाद जब नीरज ने लड़की के परिवार वालों से मिलने की बात कही तो उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया गया। परेशान होने पर नीरज ने पुलिस से इस बात की शिकायत (Complain) की। जिसके बाद इस बात का खुलासा हुआ।
मध्यप्रदेश में ठगे गए 110 लोग
इस गैंग ने मध्यप्रदेश के 110 कुंवारे लड़के और लड़कियों को अपना शिकार बनाया है। मेट्रिमोनियल साइट के लिए कॉल सेंटर भी खोल रखा है। इस सेंटर में लड़कियों को काम पर रखा है। जिन लोगों का किसी वजह से विवाह नहीं होता है, उन लोगों को ये सबसे पहले अपना शिकार बनाते हैं। मीठी आवाज निकालकर पहले उन्हें फंसाते हैं और फिर लड़कियों की तस्वीरें शेयर कर देते हैं। इन गैंग्स का नेटवर्क राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार तक फैला है।