इंदौर. यहां के पोलो ग्राउंड के पास 13 अक्टूबर को BPO कर्मी आकाश मेडकिया की हत्या (Murder) हुई थी। इसका खुलासा हो गया है। हत्या देवास के डॉक्टर मनीष शर्मा ने कराई थी। मनीष का आकाश की पत्नी वृतिका से अफेयर (Affair) था। आकाश को इसका पता लग गया था। मनीष ने आकाश को धमकाने के लिए गुंडे, लेकिन उन्होंने चाकू से हत्या कर दी। पुलिस ने मनीष और वृतिका को हिरासत में लिया है।
मोबाइल से सुराग मिला
आकाश मूल रूप से उज्जैन का रहने वाला था और इंदौर के वाल्मीकि नगर में रहता था। SP आशुतोष बागरी के मुताबिक, CCTV फुटेज में बाइक पर दो संदिग्ध दिखे। मर्डर में लूट, कर्ज के लेनदेन और अवैध संबंध (Illicit Relationship) के एंगल से जांच की। आकाश की वाइफ वृतिका उर्फ मोना के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली। उसकी डॉक्टर मनीष से सबसे ज्यादा बात और चैटिंग की डिटेल मिली। पुलिस ने देवास से मनीष को इंदौर लाई और पूछताछ की। उसने दो हमलावरों से हमला कराने की बात मानी है।
धमकाने के लिए बुलाए थे हमलावर
मनीष शर्मा राजस्थान का रहने वाला है। वह पहले इंदौर के बाणगंगा इलाके के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में था। यहां टूल चोरी के मामले में उसे निकाल दिया गया था। यहीं के दो कर्मचारी लड़के मनीष के संपर्क में थे। उनकी मदद से पूरी वारदात को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। पूछताछ में पता चला कि आकाश को मनीष और वृतिका की दोस्ती पर शक हो गया था। यह बात वृतिका ने मनीष को बताई थी। इसी के बाद मनीष ने हमलावरों को धमकाने के लिए बुलाया। डॉक्टर पर पहले भी महिला कर्मचारियों से दोस्ती और गलत तरीके से काम करने के आरोप लग चुके हैं।
डेढ़ साल पहले की थी लव मैरिज
आकाश ने डेढ़ साल पहले वृतिका से लव मैरिज की थी। पहले तो परिवार इसके खिलाफ था, बाद में वे मान गए। उज्जैन से इसी साल जनवरी में वे इंदौर रहने आए थे। 13 अक्टूबर की सुबह आकाश, वृतिका को बस स्टॉप पर छोड़कर घर लौट रहा था, तभी वारदात हुई। पुलिस ने जेब से मिले मोबाइल और दस्तावेजों से पहचान कर घरवालों को इन्फॉर्म किया। वृतिका देवास के प्राइवेट हॉस्पिटल के एचआर (HR) डिपार्टमेंट में काम करती है।
125 CCTV, 10 गांवों में जांच
आकाश के हत्यारों पर 10 हजार का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस की टीमें बनाकर 10 गांवों मे भेजी गईं। हमलावरों के भागने के रूट के रास्ते में लगे करीब 125 CCTV कैमरों को खंगाला गया। हमलावर उज्जैन की ओर भागते हुए दिखाई दिखे। गाड़ी नंबर के आधार पर 15 संदिग्धों से भी पूछताछ की गई। साथ ही 20 ऐसे कर्जदारों से भी पूछताछ की, जिनसे आकाश का लेनदेन था।