INDORE. भोपाल के श्यामला हिल्स थाने के थाना इंस्पेक्टर (TI) हाकम सिंह ने 24 जून को इंदौर पुलिस कंट्रोल रूम में खुद को शूट कर लिया था। लेकिन इससे पहले महिला ASI रंजना खाण्डे को गोली मारी। अब इंदौर के इस सुसाइड केस में खुद को हाकम सिंह पंवार की तीसरी पत्नी बताने वाली रेशमा शेख ने खुलासा कई खुलासे किए हैं। रेशमा ने एक मीडिया हाउस को बताया कि TI हाकम 24 जून की सुबह 7 बजे घर से निकलते समय कह कर गए थे कि आज दो तीन को निपटा कर ही आऊंगा।
19 साल की रेशमा को किया था प्रपोज
रेशमा ने बताया कि हाकम सिंह की करीब 9 साल पहले गौतमपुरा थाने में पोस्टेड थे। तब मैंअपने नाना जी के साथ गौतमपुरा में रहती थी। चुनाव का माहौल चल रहा था। TI किसी काम के चलते एडिशनल एसपी (ASP) के साथ रेशमा के घर गए। ASP ने हाकम सिंह से कहा कि रेशमा का नंबर ले लो, जरूरत पड़ी तो इन्हें ही कॉल कर लेना।
इसके बाद हाकम सिंह ने ईद पर रेशमा को फोन किया। फोन पर ईद की मुबारकबाद देते हुए TI ने रेशमा से पूछा नॉनवेज अच्छा बना लेती हो। बस तभी से दोनों की बातचीत शुरू हो गई। फिर 5 महीने बाद हाकम ने एक दिन रेशमा से शादी के लिए पूछा। तब तक रेशमा को भी हाकम सिंह अच्छे लगने लगे थे और उसने प्रपोजल तुरंत एक्सेप्ट कर लिया। शादी के लिए हामी भरने के बाद हाकम और रेशमा ने मंदिर में शादी कर ली।
रेशमा का नाम जागृति सिंह पंवार क्यों
शादी के बाद हाकम सिंह का ट्रांसफर खुड़ैल थाना हुआ जहां वह रेशमा को भी साथ ले गया। दोनों इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के पास गुलमोहर बसेरा अपार्टमेंट में रूम लेकर रहते थे। टी आई हाकम सभी जगह रेशमा का नाम जागृति सिंह पंवार लिखवाते थे जबकि उसका असली नामा रेशमा शेख है। रेशमा ने बताया कि हाकम सिंह ने इंदौर के कनाडिया थाने के पास संचार नगर में भी एक कमरा ले रखा था। दोनो लोन लेकर मकान लेना चाहते थे इसलिए बायपास पर DLF गए। रेशमा अपने मामा की बेटी को अपनी बेटी बनाकर साथ रखा था, जिसे वे कायरा बुलाते थे।
सीहोर वाली पत्नी को छोड़ तराना वाली से की शादी
रेशमा को हाकम की पहली पत्नी (सीहोर वाली) के बार में पहले से पता था। लेकिन तराना की भी कोई लड़की उनकी पत्नी है, बाद में पता चला। दरअसल एक दिन जब रेशमा को TI की यूनिफॉर्म से आधार कार्ड मिला तो उसमें दूसरी पत्नी का नाम लिखा था। पूछने पर TI ने बताया कि सीहोर वाली से लिखा-पढ़ी कर उसे छोड़ दिया था। फिर तराना वाली से शादी की। उसके दोनों बच्चे और किसी के थे, इसलिए उसे भी छोड़ दिया।
नौकरी जाने का डर
रेशमा ने बताया हाकम सिंह ने रंजना के बारे में कई बार जिक्र किया था। हाकम जब सारंगपुर गए थे, तभी से उनके और रंजना के बीच विवाद चल रहा था। हाकम सिंह के पास एक मोबाईल नंबर भी था जिसकी जानकारी सिर्फ रेशमा को थी। रंजना ने रेशमा से फोन पर गाली गलोच भी की थी। रेशमा ने बताया एक दिन रंजना ने कॉल किया जब रेशमा से आप कौन हैं पूछा तो उसने गालियां देनी शुरू कर दीं। इसके तीन दिन बाद 21 जून को हाकम सिंह घर आए। हाकम ने रेशमा को बोला कि- किसी ने मेरे नाम की रिपोर्ट डाल दी है। मेरी नौकरी चली जाएगी। हाकम बहुत परेशान थे, बोला की 5 लाख रुपए और गाड़ी किसी को देना है। दोनों बैंक गए हाकम खाते से पांच लाख रुपए का RTGS किया।
क्यों ली थी तीन दिन की छुट्टी
रेशमा ने बातचीत में बताया कि हाकम सिंह भोपाल से 3 दिन की छुट्टी लेकर आए थे। 2 दिन से इंदौर पुलिस कंट्रोल रूम (Police control room) के कॉफी शॉप में किसी से मिल रहे थे। TI कॉफी शॉप से परेशान घर आते थे। 24 की सुबह 7 बजे घर से निकले। बोले कि आज तो दो-तीन को निपटा कर ही लौटूंगा। मैंने कहा था कि ऐसा कुछ मत करना। इस पर वे बोले कि हम इस घर की रजिस्ट्री जल्द करवा लेंगे।
क्रेटा गाड़ी पहले किसी और के नाम पर थी
गाड़ी को लेकर विवाद सामने आ रहा है, वह पहले किसी और के नाम थी। गाड़ी (Creta) का रजिस्ट्रेशन कार्ड दिखाते हुए बताय कि वो पहले सीमा जायसवाल के नाम पर थी। लेकिन गाड़ी कब कमलेश खाण्डे के नाम ट्रांसफर हुई, इसकी उसे कोई जानकारी नहीं है। वहीं रेशमा ने घरों के एग्रीमेंट भी दिखाए। जिनमें सभी जगह हाकम सिंह का नाम लिखा है। पांच लाख रुपए का RTGS करने हाकम सिंह जिस दिन बैंक गए थे, उसके CCTV फुटेज भी रेशमा ने मीडिया को दिखाए।