मध्य प्रदेश के रतलाम-मंदसौर और पड़ोसी राज्य राजस्थान में लाला और पठान बंधुओं की गैंग की कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है। 10 अक्टूबर को रतलाम के ढोढर में इस माफिया गिरोह का घमंड चूर कर दिया गया। इनके कब्जे वाली 106 दुकानों को ढहा दिया गया। पठान बंधु इन दुकानों से हर महीने करीब 10 लाख रुपए तक किराया वसूलते थे। पढ़िए लाला-पठान गैंग के अपराध और प्रॉपर्टी बनाने के तरीके के बारे में...राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के देवलजी, अकेपुर, नौगांव और मध्यप्रदेश के रतलाम- मंदसौर जिले के परवलिया, लसूड़िया इला गांव से लाला-पठान बंधु सालों पुराने माफियाराज को ऑपरेट करते हैं। यहां कोई एक व्यक्ति नहीं, लाला-पठान बंधुओं के कुनबे के कई लोग नशीले पदार्थों, हथियारों की तस्करी, सूदखोरी और जमीन कब्जाने के धंधे में शामिल हैं।
स्मगलिंग की कमाई प्रॉपर्टी में लगाई
लाला-पठान ने बीते सालों में नशीले पदार्थों की स्मगलिंग से हुई कमाई को प्रॉपर्टी में लगाया। ब्याज पर रुपए देकर और डरा धमकाकर सस्ते में जमीन हथियाने का कारोबार रतलाम और मंदसौर में चल रहा है। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान के अलावा लाला-पठान बंधुओं का अवैध कारोबार पंजाब, उत्तर प्रदेश और गुजरात में भी फैला हुआ है। रतलाम एसपी गौरव तिवारी के मुताबिक लाला-पठान बंधुओं के खिलाफ मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और गुजरात में कई केस दर्ज हैं।
जो जमीन पसंद आई, उस पर कब्जा
नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी के धंधे के बाद लाला-पठान बंधुओं ने रतलाम, मंदसौर और नीमच में प्रॉपर्टी के धंधे में भी हाथ आजमाया। प्राइम लोकेशन की जमीनों को औने पौने दाम पर हथियाने के लिए लाला बंधुओं ने सूदखोरी पर रुपए देकर ब्याज वसूलना शुरू कर दिया।
लाला-पठान बंधुओं के कई किरदार
माफिया पर कार्रवाई के लिए बनाई गई सूची में रतलाम में सबसे ऊपर लाला और पठान बंधुओं का नाम सामने आया था। जानकारी के मुताबिक, आपराधिक रिकॉर्ड वाले लाला बंधुओं के नाम कई केस दर्ज हैं।
चुन्नू लाला उर्फ इमरान खान: मंदसौर के चुन्नू लाला उर्फ इमरान खान पर 10 से ज्यादा केस दर्ज हैं। इसमें वह मंदसौर के बहुचर्चित अनिल सोनी हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। वहीं, उदयपुर के व्यापारी से फिरौती वसूलने और जानलेवा हमला करने समेत कई केस उस पर हैं। कुछ महीने पहले ही मंदसौर प्रशासन ने इसकी अवैध इमारतों को जमींदोज किया है।
शहजाद खान पठान: शहजाद खान मंदसौर के लसूड़िया इला गांव का रहने वाला है। इस पर NDPS, जानलेवा हमला करने के कई केस रतलाम-मंदसौर में दर्ज है।
शमीउल्ला खान: शमीउल्ला खान पर दो केस दर्ज हैं। इसमें जानलेवा हमला करने और अवैध रूप से हथियार के मामले जावरा शहर और नागदा के मंडी थाने में दर्ज हैं। ये वर्तमान में प्रॉपर्टी बिजनेस में कर रहा है।
मीर आजम पठान: मीर आजम पर 3 केस दर्ज हैं। इसमें अवैध हथियार रखने, जानलेवा हमला और बलवा करने के मामले प्रमुख हैं।
नजीम खान पठान: नजीम खान पर 6 केस दर्ज हैं। इसमें अवैध हथियार रखने, NDPS और जानलेवा हमला करने के मामले रतलाम, वाराणसी, अहमदाबाद और लखनऊ में दर्ज हैं। प्रॉपर्टी का बिजनेस करता है।
एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि ये लोग मादक पदार्थों की तस्करी, हथियारों की तस्करी, सूदखोरी और जमीनों पर अवैध कब्जे के जैसे मामलों में आरोपी हैं। केवल मध्यप्रदेश, गुजरात और उत्तरप्रदेश में भी इनके खिलाफ केस दर्ज हैं।