संजय गुप्ता, Indore. मप्र के इंदौर, धार से झाबुआ होते हुए दाहोद (गुजरात) तक शराब की अवैध तस्करी लाइन चलाने वाले शराब माफिया अल्केश बाकलिया(Liquor Mafia Alkesh Bakaliya) को गुजरात मानिटरिंग सेल(Gujarat Monitoring Cell) ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इसकी गिरफ्तारी से इंदौर से लेकर धार, झाबुआ तक शराब डिस्टलरी मालिक(liquor distillery owner), बडे ठेकेदारों के साथ ही आबकारी विभाग मप्र(excise department mp) में हलचल मच गई है। सभी को डर सता रहा है कि बाकलिया के मोबाइल में उनके राज नहीं बाहर आ जाएं, वह पूछताछ में उनके नाम नहीं बोल दें। बताया जा रहा है कि धार जिले की डिस्टलरी से वह शराब लेता था, इस डिस्टलरी के मालिक इंदौर के बड़े शराब कारोबारी हैं। यह वही डिस्टलरी है जिस पर करीब दो साल पहले भी मप्र वाणिज्यिक कर विभाग(MP Commercial Tax Department) की प्रमुख सचिव दीपाली स्स्तोगी ने स्पेशल टीम बनवाकर जांच कराई थी। इस जांच के दौरान भी वहां कई ट्रक बिना परमिट के दारू भरे हुए मिले थे, इस सील भी किया गया था, लेकिन बाद में जांच ठंडे बस्ते में डाल दी गई।
हर रोज एक करोड़ की शराब तस्करी की आशंका
इंदौर से संचालित होने वाली गुजरात की अवैध शराब तस्करी की लाइन हर दिन की 50 लाख से लेकर एक करोड़ तक की है। इस अवैध कारोबार के कारण ही सीमावर्ती जिलों की दुकानें ऊंचे ठेकों पर जाते हैं।
9 केस हैं तस्करी के चार में मोस्ट वांटेड
बाकलिया पर तस्करी संबंधित नौ केस थे, जिसमें से चार में वह मोस्ट वांटेड था। सेल की टीम ने दाहोद स्थित उसके शोरूम से उसे दो दिन देर रात उठा लिया और पहले गांधीनगर ले गई और अब वह गोधरा पुलिस के सुपुर्द है। गोधरा पुलिस एसपी हिमांशु सोलंकी ने द सूत्र को उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि अभी पूछताछ हो रही है, कुछ दिन बाद ही इसमें जानकारी देने की स्थिति होगी। वहीं इसे गिरफ्तार करने वाली टीम के पुलिस इंस्पैक्टर ने द सूत्र को बताया कि दाहोद से हमने उसे उठाया था क्योंकि वह शराब तस्करी को लेकर मोस्ट वांटेड था, बाद में संबंधित पुलिस को जांच के लिए दे दिया है।
10 गाड़ियां पकड़े जाने के बाद आया निशाने पर
गुजरात की स्पेशल टीम ने हाल ही में तस्करी की 10 गाडियां पकड़ी थीं, जो एमपी से लाई गई हाईरेंज की शराब से भरी हुई बताई जाती हैं। इतनी बड़ी मात्रा में शराब पकड़े जाने के बाद बड़े तस्करों को पकड़ने की मुहिम चली और बागलिया गिरफ्तार हुआ।
इनको बनाया आरोपी
बाकलिया की एक साथ दस गाड़ी शराब तस्करी की पकड़ी थी। इस प्रकरण में पलाश, महेश डोंगरा, अलकेश बाकलिया, जौरा सिंह वेस्ता, मुकेश केसर पटेल, संधू मत्वा, राकेश मावी सहित अन्य को गुजरात पुलिस ने आरोपी बनाया है |
झाबुआ,अलीराजपुर में पदस्थ आबकारी अफसर घेरे में
तस्करी को लेकर एक बार बार धार, झाबुआ, अलीराजपुर के आबकारी अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। धार से इन्हीं जिलों से होते हुए शराब गुजरात पहुंचती है। बिना मिलीभगत के बिना परमिट की शराब की गाड़ियों के इस तरह गुजरात जाने से विभाग की सांठगांठ के भी आरोप लग रहे हैं।
सीसीआई भी मार चुकी छापे
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने भी अक्टूबर 2021 के दौरान इंदौर, धार सहित मप्र की कई बड़ी डिस्टलरी कंपनियों पर छापे मारे थे। इसमें एक कंपनी के यहां से नकद तीन करोड़ भी मिले थे, जिसकी जांच आयकर विभाग को सौंपी गई थी। यह मामला भी अभी जांच में हैं। इसी तरह इंदौर के शराब ठेके लेने के लिए ठेकेदारों द्वारा बैंकों से ली गई फर्जी बैंक गारंटी को लेकर भी ईओडब्ल्यू इंदौर अलग से जांच कर रही है। इस बैंक गारंटी में रमेश राय, पिंटू भाटिया जैसे बड़े ठेकेदारों के नाम सामन आए थे औऱ् ईओडब्ल्यू ने इस मामले में पंजाब एंड सिंध बैंक राजबाड़ा पर भी जांच कर दस्तावेज जब्त किए थे। सितंबर 2021 से ही यह जांच अभी ईओडब्ल्यू में कछुआ गति से जारी है।