आलीराजपुर. यहां दिवाली की रात कत्ल की रात में बदल गई। दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष में 4 लोगों की हत्या हो गई। मामला जिले के बोकाड़िया गोराद फलिया गांव का है। जांच में पता चला कि लड़का-लड़की घर से भाग गए थे, जिसके बाद दो पक्ष आमने-सामने आ गए। धारदार हथियार और लाठी से मारपीट में दोनों पक्षों के दो-दो लोगों की जान चली गई। जानकारी मिलते ही SP मनोज कुमार सिंह रात में ही टीम के साथ गांव पहुंचे। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
ये है मामला?
पुलिस के मुताबिक, गांव में रहने वाले गुजला का बेटा माधो करीब डेढ़ साल पहले राधू की बेटी लीला को लेकर भाग गया था। दोनों के नाबालिग होने के कारण परिवारवालों ने शिकायत दर्ज नहीं करवाई। दोनों ही पक्ष रिश्तेदार हैं, इसलिए उन्होंने मामले को तूल देना ठीक नहीं समझा। दोनों परिवारों में पंचायत स्तर पर आपसी समझौता कराने की कोशिश चल रही थी।
लीला घर से जाते समय अपनी मां की एक किलो चांदी ले गई थी। रुपयों का लेन-देन और चांदी वापस देने की बात पर 4 नवंबर शाम दोनों परिवार के बीच विवाद हो गया। मामले को सुलझाने के लिए दिवाली की शाम को पंचायत बुलाई गई। इसी दौरान दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए और एक-दूसरे पर हमला कर दिया।
दोनों पक्षों के लोग मारे गए
लड़का पक्ष की ओर से माधो की भाभी ने लड़की पक्ष के चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। हमले में माधो के दो चचेरे भाई 25 साल के स्माल और 22 साल के सुखदेव निंगवाल की मौत हुई।
वहीं, पुलिस ने लड़की पक्ष की ओर से लड़की के पिता राधू सिंह (40) की रिपोर्ट पर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हमले में लीला के दादा भल सिंग (50) और लीला के चाचा नानबु (38) की मौत हो गई।