Chhatarpur. यहां एक युवक ने 5 लाख और जमीन के लिए अपने 5 साल के भतीजे को किडनैप कर लिया। वह बच्चे को आइसक्रीम खिलाने के बहाने ले गया था। पुलिस ने शक की बिना पर दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपी ने वारदात कबूल ली। उसके साथ दो और लोग थे। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 8 घंटे में बच्चे को छतरपुर से 35 किमी दूर राजनगर से बरामद कर लिया।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि बच्चे ने उसे पहचान लिया था, इसलिए वे फिरौती लेकर बच्चे की हत्या कर देते। एसपी सचिन शर्मा ने 24 अप्रैल शाम को मामले का खुलासा किया। पुलिस को आरोपियों के पास से चाकू और बाइक मिली।
ये था मामला
23 अप्रैल (शनिवार) को मातगुवां इलाके के व्यादा पुरवा गांव के किसान लक्ष्मण कुशवाहा ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। बताया कि 22 अप्रैल की शाम 7:30 बजे से बेटा अभिषेक लापता है। मामले को गंभीरता से लेते हुए TI एसआई सिद्धार्थ शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित की।
पुलिस ने ऐसे लगाया पता
थाना प्रभारी एसआई सिद्धार्थ शर्मा के मुताबिक- जांच के दौरान पता चला कि घटना के समय से रात 12 बजे तक गांव से दो लोग लापता थे। पहला- मुकेश कुशवाहा (24) और दूसरा राजू कुशवाहा (23)। दोनों लक्ष्मण के चचेरे भाई हैं। दोनों को जुए की लत है। दोनों ही रात 12 बजे के बाद घर लौटे थे। इससे पुलिस को शक हुआ।
पुलिस दोनों आरोपियों को सर्चिंग के लिए अपने साथ ले गई। रातभर मुकेश और राजू पुलिस के साथ सर्चिंग में लगे रहे। इस बीच पुलिस ने उनके हावभाव देखे। पुलिस ने सामान्य पूछताछ भी की, जिसका उन्होंने हड़बड़ाकर जवाब दिया। इस पर पुलिस ने दोनों से अलग-अलग पूछताछ की। दोनों ने अलग-अलग बयान दिए। फिर दोनों को साथ बिठाकर सख्ती से पूछताछ की, तो मुकेश टूट गया।
6 महीने पहले रची थी साजिश
मुकेश ने पुलिस को बताया कि उसने, राजू और दोस्त रानू कुशवाहा ने बच्चे को अगवा करने की साजिश 6 महीने पहले रची थी। चचेरे भाई लक्ष्मण कुशवाहा को ससुराल से जमीन मिली थी। वह आर्थिक रूप से संपन्न है। ये बात उन्हें अच्छी नहीं लगती थी। हम लोग फिरौती के लिए कॉल भी करते, लेकिन पहले ही राजफाश हो गया। बच्चे को छतरपुर से 35 किमी दूर खजुराहो के पास राजनगर में रानू के घर छिपा दिया था। बच्चे ने उन्हें पहचान लिया था, इसलिए भेद खुलने का डर था। फिरौती लेकर बच्चे की हत्या भी कर देते। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने बच्चे को राजनगर से बरामद कर लिया।
मुकेश ने पुलिस को यह भी बताया कि लक्ष्मण ससुराल गया था। घर पर उसकी पत्नी-बच्चे थे। इसी दौरान वह (मुकेश) राजू की बाइक लेकर घर पहुंचा। यहां से अभिषेक को आइसक्रीम का लालच देकर ले गया। बच्चे को राजनगर ले गए। यहां रानू के घर पर बच्चे को रखा। इसके बाद किसी को शक ना हो, इसलिए वापस गांव चले गए।