जबलपुर. कुख्यात अपराधी बदमाश बबलू पंडा (51) की मंडला में गोली मारकर हत्या कर दी गई। एक ढाबे के पास 12 अगस्त की रात 11 बजे आरोपियों और बबलू पंडा गैंग में दोनों तरफ से करीब 35 राउंड गोलियां चलीं। आरोपियों ने बबलू को गोली मारने के बाद धारदार हथियार से गले पर कई वार किए। हत्या मंडला के जंगल में चल रहे जुए के साम्राज्य पर कब्जा जमाने को लेकर की गई। विवाद में आरोपी हमलावरों के भी दो लोग घायल हुए। देर रात घटनास्थल पर मंडला एसपी यशपाल सिंह राजपूत भी पहुंच गए थे।
क्या हुआ था?
हत्या करने वालों में बरेला (जबलपुर) निवासी रोहित सोनकर और उसके साथियों का नाम आया है। मंडला पुलिस (Mandla Police) दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हमला उस समय हुआ, जब बबलू पंडा अपने गुट के गुर्गों के साथ दशमेश ढाबे पर पहुंचा था।
पार्टनर से बन गए दुश्म
रोहित सोनकर गांजा तस्करी में जेल काटकर आ चुका है। पिछले डेढ़ साल से वह बबलू पंडा के साथ पार्टनरशिप में बीजाडांडी के उदयपुरा जंगल में जुआ खिलवाने लगा। आरोपी रोहित ने लाखों रुपए कमाए। बबलू ने रोहित को गलत संगत में डाल दिया। शराब और अय्याशी में उसके लाखों रुपए खर्च हो गए। रोहित के हाथ खाली होने के बाद बबलू पंडा बीजाडांडी में अकेले जुआ खिलवाने लगा। उसने रोहित को अलग कर दिया। बबलू का जुआ चल निकला था। जुआ फड़ पर रोज 35 से 40 लाख का दांव लग रहा था। रोहित भी जुआ फड़ चलाने की कोशिश की, लेकिन उसे बबलू पंडा ने सफल नहीं होने दिया। इसी के बाद से वह बबलू पंडा को रास्ते से हटाने की ठान चुका था।
कई जगह से लोग जुआ खेलने पहुंचते थे
बबलू पंडा जबलपुर-मंडला के बॉर्डर पर बीजाडांडी क्षेत्र के उदयपुरा जंगल में पिछले डेढ़ साल से जुआ खिला रहा था। जुआ फड़ ऐसे स्थान पर था कि एक बार भी वहां तक पुलिस नहीं पहुंच पाई। उसके फड़ में जुआ खेलने नरसिंहपुर, मंडला सिवनी जबलपुर, उमरिया से जुआरी पहुंचते थे। बबलू ने पूरी व्यवस्था बना रखी थी। बीजाडांडी सोयाबीन फैक्ट्री के पास जुआरियों के वाहन खड़े करा लिए जाते थे। दशमेश ढाबे के पास उसके आदमी दो वाहन से मौजूद रहते थे। आगे का सफर इन वाहनों में बैठ कर पूरी करना पड़ता था।
बबलू पर कई केस
जबलपुर के बिलहरी में रहने वाला बबलू पंडा गोराबाजार थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश था। जबलपुर में उसके ऊपर 29 केस दर्ज थे। सागर में भी बबलू पर 6 मामले दर्ज थे।