जबलपुर. यहां के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक ने पुलिस की आंख में धूल झोंककर 22 हथियारों के लाइसेंस हासिल किए थे। इनमें से कई परिवार के लोगों के नाम पर लिए। 12 लाइसेंस कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने रद्द कर दिए। साथ ही रज्जाक के परिवारवालों को आदेश दिया है कि वे हथियार जबलपुर के ओमती थाने में जमा करा दें। जबलपुर SP सिद्धार्थ बहुगुणा ने 18 लाइसेंस कैंसिल करने की सिफारिश कटनी, सीधी और अनूपपुर प्रशासन को भेजी है। 4 लाइसेंस की इन्फॉर्मेशन जुटाई जा रही है।
28 अगस्त को हुई थी रज्जाक की गिरफ्तारी
बड़ी ओमती इलाके में रहने वाले रज्जाक और उसके भतीजे शहबाज को 28 अगस्त को तड़के गिरफ्तार किया गया था। आरोपी के घर से इटली मेड गन समेत पांच हथियार जब्त हुए थे। वहीं, 10 कारतूस और धारदार हथियार भी बड़ी संख्या में मिले थे। चाचा-भतीजे के खिलाफ विजय नगर थाने में मारपीट, बलवा, हत्या की कोशिश में शामिल होने और साजिश रचने के मामले में आरोपी बनाया गया था। जब्त हथियारों की जांच हुई तो पता चला कि तीन लाइसेंस रज्जाक की पत्नी, भाई और बहू के नाम और दो मुरैना और रीवा निवासी गार्ड के नाम पर जारी कराए गए हैं।
अलग-अलग जिलों से वेपन लाइसेंस लिए
जांच में पता चला कि रज्जाक ने परिवार के नाम पर 2016 के बाद अवैध तरीके से और अपराध छिपाकर कटनी, सीधी, अनूपपुर और शहडोल से 22 लाइसेंस बनवाए। 12 लाइसेंस कटनी से जारी कराए गए थे, उस समय कटनी में प्रकाश जांगड़े कलेक्टर थे। वहीं, सीधी से एक और अनूपपुर और शहडोल से जारी कराए गए 5 लाइसेंस की जानकारी मिली है। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) जांच में रज्जाक के पाकिस्तान कनेक्शन की बात भी सामने आई है।