भोपाल. मध्य प्रदेश के सीहोर में सेक्स रैकेट (Sex Racket) का भंडाफोड़ हुआ था। रैकेट की सरगना (Gang Leader) अनुपमा तिवारी ने कई बातों का खुलासा किया। अनुपमा के जाल में महिलाएं काम पाने के लालच में फंस जाती थीं। अनुपमा बाकायदा उनके घर जाकर समाज के कामों (Social Work) में जुड़ने की बात कहती थी। अनुपमा कभी खुद को पत्रकार तो कभी शिवसेना का नेता, योग टीचर तो कभी सोशल वर्कर बताती थी।
महिला के राजी होते ही ग्रुप में जोड़ लेती थी
पुलिस के मुताबिक, अनुपमा की पहचान को देखकर महिलाएं उससे जुड़ जाती थीं। बाद में वह किसी ना किसी बहाने से उन्हें सीहोर बुलाती थी। उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर जिस्मफरोशी के लिए मजबूर करती थी। महिला के तैयार होते ही वह उन्हें सेक्स रैकेट के वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ लेती थी। सभी महिलाएं बैरागढ़ की रहने वाली हैं। अनुपमा सिर्फ शादीशुदा महिलाओं को ही जाल में फंसाती थी। उसका मानना था कि मजबूरी और बदनामी के डर से ऐसी महिलाएं जल्दी राज नहीं खोलतीं। इसी कारण लंबे समय से वह देह व्यापार में लगी थी, लेकिन इसका पता नहीं चल पाया।
15 से ज्यादा महिलाओं से कॉन्टैक्ट
पुलिस ने ये भी बताया कि अनुपमा के संपर्क में 15 से ज्यादा महिलाओं के होने की बात सामने आ रही है। हालांकि, 7 नवंबर देर रात देर रात छापे के दौरान पुलिस ने 4 लड़कियां, 3 कस्टमर, ड्राइवर, महिला मैनेजर और संचालिका को अरेस्ट किया था। अनुपमा पति से विवाद से लेकर परेशान चलने वाली, अकेली रहने वाली और पति के बेरोजगार जैसी महिलाओं से पहचान बढ़ाती थी।
उसके बाद उन्हें झांसा देकर दोस्ती कर लेती थी। महिलाएं काम और पैसों के लालच में उसके जाल में फंसकर देह व्यापार में जुड़ जाती थीं। एक बार इस धंधे में उतरने के बाद उनके पास इससे निकलने का रास्ता नहीं रहता था।
फिलहाल सभी जमानत पर रिहा
पुलिस ने प्रारंभिक कार्रवाई के बाद सभी महिलाओं और आरोपियों को जमानत (Bail) दे दी। वहीं, पुलिस अब महिलाओं के बारे में ज्यादा जानकारी होने की बात इनकार कर रही है। कहा कि कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार सभी को सिर्फ बांड भरवा कर छोड़ दिया गया है।