BHOPAL. एमपी में लगातार बढ़ते साइबर क्राइम को रोकने के लिए भोपाल पुलिस अब साइबर वॉलेंटियर बनाने जा रही है। इस पहल का मकसद समाज के लोगों को जागरूक करना और ऑनलाइन फ्रॉड पर रोक लगाना है। पुलिस ने साइबर क्राइम को रोकने के लिए कॉलेज के छात्रों के साथ मिलकर काम करने की योजना बनाई है। पुलिस इस योजना के जरिए छात्रों को अपने से जोड़ेगी और उन्हें साइबर अपराध और उससे बचाव के तरीकों की जानकारी देगी। इसके बाद रिहायशी इलाकों में इन छात्रों को भेजा जाएगा और इनके जरिए पुलिस अपने को समाज से जोड़ने का काम करेगी।
ओरिएंटेशन ऑफ स्टूडेंट इंटर्नशिप प्रोग्राम
पुलिस महकमे से मिली जानकारी के अनुसार, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और भोपाल स्कूल ऑफ सोशल साइंस के साथ मिलकर पुलिस ने ओरिएंटेशन ऑफ स्टूडेंट इंटर्नशिप प्रोग्राम तैयार किया है। इस कार्यक्रम के जरिए छात्रों को सबसे पहले साइबर क्राइम के बारे में पुलिस जानकारी देगी और इससे पहले 100 इंजीनियरिंग और आर्ट्स के छात्रों को जोड़ा जाएगा। इन छात्रों को पुलिस को साइबर वॉलेंटियर बनाया जाएगा, और उन लोगों से मिलवाया जाएगा, जो अब तक साइबर अपराध का शिकार हो चुके हैं।
ऐसे होगा अपराध रोकने का काम
छात्रों को साइबर अपराध का शिकार हुए लोगों से सबसे पहले मिलवाने का मकसद यह है कि ऐसे लोगों से संवाद करने से वह यह जान सकें कि अपराध की जद में आए लोगों ने सबसे पहले ऐसी कौन सी गलती की थी, जिसके चलते वह साइबर अपराध की शिकार हुए। साथ ही वह तरीके भी बताए जाएंगे जिससे लोग इन अपराधों से अपने को बचा सकें। बताया गया कि साइबर अपराध से बचाव के बारे में छात्रों के समूह अलग-अलग इलाकों में पहुंचेंगे और लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे। यह नुक्कड़ नाटक का सहारा तो लेंगे ही साथ ही एक-एक से चर्चा भी करेंगे। इस कार्यक्रम से जुड़े छात्रों को सरकारी और निजी दफ्तरों से लेकर विभिन्न मॉल, कॉलोनी आदि में भेजा जाएगा। वे लोगों को साइबर अपराधों के बारे में जागरूक करेंगे।
पुलिस की ओर से मिलेगा प्रमाण पत्र
आधिकारिक तौर पर बताया गया है कि ओरिएंटेशन आफ स्टूडेंट इंटर्नशिप योजना के तहत छात्रों को इंटर्नशिप कराई जाएगी। इसके लिए पुलिस की आरजीपीवी और बीएसएस कॉलेज के साथ बात हुई है। छात्रों को वालेंटियर बनाकर साइबर अपराध के प्रति जागरूक करने का अभियान चलाया जाएगा और इन छात्रों को पुलिस की ओर से प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे।