Jabalpur. जबलपुर के महिला थाने में जिले के थानों में पदस्थ रहे एक दरोगा के खिलाफ महिला आरक्षक के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज हो गया है। थाना प्रभारी संदीप अयाची पर पहले भी उक्त महिला आरक्षक ने दुष्कर्म के आरोप लगाए थे। महीनों तक उनके बीच सुलह समझौता और दोबारा विवाद का तमाशा चलता रहा। आखिरकार महिला आरक्षक ने टीआई संदीप अयाची के खिलाफ महिला थाने में एफआईआर करा ही दी है। आरोप है कि साल 2018 से 2022 तक थाना प्रभारी संदीप अयाची महिला आरक्षक को शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण करता रहा। लेकिन शादी की बात पर हर बार टालमटोल का रवैया अपनाए हुए था। वैसे तो करीब साल भर से पुलिस महकमे की छवि धूमिल करने वाले टीआई साहब वर्तमान में कटनी जिले में पदस्थ हैं, लेकिन मामला मच जाने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था जबसे वे गायब बताए जा रहे हैं।
महिला थाने में दर्ज एफआईआर में महिला आरक्षक ने जिक्र किया है कि जब वह 2018 में महिला आरक्षक थी तब उसकी गोरखपुर थाने में तैनाती थी, जहां थाना प्रभारी संदीप अयाची से उसकी जान पहचान हुई। सितंबर 2018 में उसकी ड्यूटी पनागर थाने में लगी उस समय भी टीआई संदीप अयाची थे। इस दौरान टीआई उसे सोनिया पैलेस ले गए। जहां उन्होंने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद दैहिक शोषण का सिलसिला लगातार जारी रहा, लेकिन शादी करने के सवाल पर वे हर बार टालमटोली करने लगते।
आला अधिकारियों से भी की थी शिकायत
पीड़ित महिला आरक्षक ने बताया कि उसने टीआई अयाची की शिकायत अधिकारियों से भी की थी। महिला आरक्षक का कहना है कि उस वक्त टीआई ने फिल्मी अंदाज में उसकी मांग भर दी और फिर पुचकारकर शिकायत वापस करवा दी। बाद में प्रयागराज ले जाकर उसे माला पहनाई और दोबारा मांग भरी। लेकिन कभी आधिकारिक तौर पर पत्नी का दर्जा नहीं दिया।
शिकायत और विवाद के बाद भी करता रहा दैहिक शोषण
महिला आरक्षक का कहना है कि यह सब ड्रामा चलने के बाद भी टीआई उसका दैहिक शोषण करता रहा है। जब-जब महिला विभाग में शिकायत की चेतावनी देती, संदीप अयाची उसके साथ गालीगलौज और जान से मारने की धमकी देने लगते थे।