ओपी नेमा, जबलपुर. जबलपुर में रेत कारोबारी के लकवाग्रस्त 25 वर्षीय बेटे के अपहरण का मामला सामने आया है। युवक का अपहरण कर 15 लाख रुपए की फिरौती की मांग की गई थी। करीब एक हफ्ते बाद युवक का शव जंगल में मिला है। गोसलपुर थाना प्रभारी एन आर सिन्हा ने बताया कि राहुल सिंह का पिछले सप्ताह अपहरण कर लिया गया था और मंगलवार को उसकी लाश अपने पैतृक गांव गोसलपुर से करीब पांच किलोमीटर दूर धर्मपुर वन क्षेत्र में एक खाई में मिली है।
ऐसे हुआ खुलासा: शंकरगढ़ गांव निवासी एक बुजुर्ग बकरियों को चराने मंगलवार को धरमपुरा जंगल की ओर गया था। वहां खदान के खोह वाली झाड़ियों पर उसकी नजर गई तो सन्न रह गया। वहां एक कंकाल पड़ा था। दहशत में वह बकरियों को लेकर घर लौट आया। उसने गांव के लोगों से इसकी चर्चा की। रात तक इसकी चर्चा गोसलपुर पुलिस तक पहुंची। पुलिस बुजुर्ग को लेकर मौके पर पहुंची। कंकाल देख पुलिस ने शंकरगढ़ कॉलोनी निवासी मलखान सिंह को बुलाया। भाई इंद्रपाल सिंह के साथ मौके पर पहुंचे मलखान सिंह ने कपड़ों व जूतों के आधार पर कंकाल की पहचान दो मार्च को अगवा हुए बेटे राहुल सिंह के रूप में की।
करीबियों पर भी नजर: पुलिस की टीमें राहुल की तलाश में जुटी हैं। मुखबिरों को सक्रिय किया गया है। जुझारी गांव से तमाम रास्तों पर कितने लोगों को आवागमन करते देखा गया, इसका पता लगाया जा रहा है। पुलिस टीमें करीबियों की गतिविधि पर भी नजर रख रही हैं। इससे पूर्व 29-30 मई 2021 को ह्दयनगर गोसलपुर में हुई सुमेरीलाल काछी के बेटे दीपेश 12 वर्ष की हत्या का राज नहीं खुल पाया है। धनवंतरि नगर एलआइजी निवासी मुकेश लांबा के इकलौते बेटे की अक्टूबर 2020 में 50 लाख की फिरौती के लिए निर्मम हत्या कर दी गई थी।