Jabalpur. जबलपुर के मझौली थाना इलाके में बीते दिनों टुकड़ों में मिली लाश के मामले से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। लाश की शिनाख्त कोनीकला गांव के रहने वाले मनोज कुमार राजपूत के रूप में हुई थी। पुलिस ने तफ्तीश में पाया कि पारिवारिक जमीन बेचकर रकम घर में न देकर अय्याशी का आलम मनोज की हत्या का कारण बना। मनोज की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी और बेटे ने अपने दो रिश्तेदारों के साथ मिलकर की थी।
मृतक की अय्याशी और कलह से थे परेशान
पूछताछ में मृतक की पत्नी ने बताया कि पूरा परिवार मनोज द्वारा पुश्तैनी जमीन बेचकर शराब पीने और घर में विवाद करने से परेशान था। जिसके चलते उसने अपने बेटे और रिश्तेदार के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई, इस पूरे हत्याकाण्ड में रिश्तेदार के दो दोस्त भी शामिल थे जो अब तक पुलिस गिरफ्त में नहीं आ पाए हैं।
बड़े इत्मिनान से किए थे लाश के टुकड़े
पुलिस के मुताबिक पांचों आरोपियों ने मृतक को उसके घर पर ही मारा और फिर लाश को ठिकाने लगाने बड़े इत्मिनान से उसके टुकड़े किये और बाइक के जरिए लाश के टुकड़ों को अलग-अलग इलाकों में फेंक दिया।
सिर और हाथ अलग और धड़ अलग फेंका था
दरअसल इस अंधे हत्याकाण्ड में पुलिस को मृतक की लाश का धड़ मझौली थाना इलाके में और सिर व हाथ कटंगी थाना इलाके में बरामद हुए थे। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी और लाश ठिकाने लगाने में प्रयुक्त बाइक को जब्त कर लिया है।
बीवी, बेटा और दामाद का भाई गिरफ्त में
पुलिस ने मामले में मृतक की पत्नी कलेशा बाई, बेटे कविराज और दामाद के भाई अभिषेक राजपूत को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस को अपराध में शामिल अमित पटेल और अन्नू चढ़ार नाम के दो आरोपियों की तलाश है जो घटना के दिन से ही फरार हैं।
चादर और खोल ने खोली हत्या की गुत्थी
दरअसल मृतक की लाश की शिनाख्तगी के दौरान आरोपी पत्नी ने पति की शिनाख्त करते हुए लाश के ऊपर लिपटी चादर और खोल को उसके घर का होना बताया था, जिसके बाद शक की सुई परिजनों की तरफ ही घूम गई थी। पुलिस ने जब परिवार वालों से कड़ाई से पूछताछ की तो सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।