Jabalpur. पुलिस की जांच आखिर कितनी धीमी हो सकती है, इसका जीताजागता उदाहरण जबलपुर के विजय नगर थाने की पुलिस है। व्यापारिक लेनदेन के मामले में धोखाधड़ी के शिकार व्यापारी को थाने में एफआईआर लिखवाने में एक साल लग गए। बीते एक साल से फरियादी अपने साथ हुई धोखाधड़ी के तमाम सबूत लिए पुलिस के अधिकारियों के पास भटकता रहा लेकिन उसे एफआईआर लिखवाने में पूरा एक साल लग गया। मामला विजय नगर थाना इलाके का है। चांदनी चौक निवासी मोहम्मद अकील को कर्नाटक के व्यापारी मोहम्मद मुबारक ने 3 लाख 20 हजार का चूना लगाया था। मुबारक ने फरियादी को सस्ते दाम पर कच्चे नारियल भेजने का सौदा किया था। अकील ने 3 बार में 3 लाख 20 हजार रुपए ऑनलाइन पेमेंट किए लेकिन आज तक न तो नारियल आए न ही पैसा वापस मिला।
अब जाकर हो पाई एफआईआर
अपने साथ हुई धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराने अकील ने विजय नगर थाने में एक साल पहले आवेदन दिया था लेकिन पुलिस की जांच थी कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही थी। अब जाकर एफआईआर हुई है और आरोपी को पकड़ने सायबर सेल की मदद ली जा रही है।