चित्रकूट. तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज के उत्तराधिकारी रामचंद्र दास उर्फ जय मिश्रा के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज हुआ है। जय मिश्रा पर ये आरोप आश्रम के एक 13 वर्षीय नाबालिग छात्र ने लगाया है। पीड़ित का आरोप है कि जय महाराज ने उसे कमरे में बुलाकर पहले तेल मालिश करवाई। इसके बाद गंदी अश्लील हरकतें की, फिर गंदा काम किया। पीड़ित ने पिता के साथ यूपी के मिर्जापुर जाकर थाने में मामला दर्ज कराया है। वहीं, स्वामी रामभद्राचार्य ने अपने शिष्य पर लगे इन आरोपों को नकारते हुए एक वीडियो जारी किया है।
ये है पूरा मामला: जानकारी के मुताबिक, घटना यूपी के मिर्जापुर में केलालगंज के तेंदुई गांव की है। यहां 13 फरवरी को जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज की भागवत कथा का आयोजन चल रहा था। इस आयोजन में छात्र भी वहां गया था। आरोप है कि कथा के बाद आरोपी जय महाराज ने छात्र को कमरे में बुलाया। यहां छात्र के साथ कुकुर्म किया। घटना की जानकारी छात्र ने अपने पिता को दी थी। जिसके बाद 27 फरवरी को छात्र ने पिता के साथ पहुंचकर मिर्जापुर में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट और अन्य धाराओं में आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की।
रामभद्राचार्य ने आरोपों का खंडन किया: स्वामी रामभद्राचार्य ने एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने कहा है कि ये एक घटना सामने आई है, इससे मेरा मन आहत हुआ है। छात्र को उनके विरोधियों ने मोहरा बनाकर स्वार्थ साधा है। ये एक बड़ा षड्यंत्र है। हम चाहते थे कि छात्र अपने माता-पिता के पास रहकर पढ़ाई करे, इसलिए उसे उसके घर भेज रहे थे। 13 फरवरी को रामचन्द्र दास उर्फ जय मिश्रा मेरे पास ही थे। रात को वे अन्य लोगों के साथ मेरी सेवा कर रहे थे। जिस स्थान की घटना बताई जा रही है, वहां कोई कमरा नहीं है। उस जगह पर एक हाल है और सभी लोग एक ही जगह पर सोते हैं। रामचन्द्र दास कभी एकांत या अकेले कक्ष में नहीं सोते। वे भी सभी के साथ इस हाल में सो रहे थे। ऐसे में घटना कैसे संभव है।