योगेश राठौर, INDORE. फर्जी एडवाइजरी कंपनी के सर्वर को संचालित करने वाली महिला मोनिका बिष्ट को हैदराबाद से इंदौर पुलिस ने पकड़ा। वहां होटल में बुर्का पहनकर महिला रह रही थी। महिला की पहचान के लिए उसके भाई को पुलिस अपने साथ हैदराबाद लेकर गई थी।
बुर्का पहने मिली महिला आरोपी
हाल ही में इंदौर की विजय नगर पुलिस ने फोरेक्स ट्रेडिंग कंपनी पर कार्रवाई की थी। इस मामले में तीन आरोपियों को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। मुख्य आरोपी अतुल नेतनराम अभी फरार है। उसके दुबई में होने की संभावना है। पुलिस ने मोनिका बिष्ट को हैदराबाद के एक होटल से गिरफ्तार किया है। यहां वो मोना नाम से रह रही थी। पुलिस जब उसके कमरे पर पहुंची तो बुर्का पहने एक महिला सामने आई। काफी देर तक वो बुर्का हटाने को तैयार नहीं थी। पुलिस के साथ मोनिका का भाई भी गया था। उसने जब पहचाना कि ये उसकी बहन मोनिका है तब जाकर उसने बुर्का हटाया।
50 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप
मोनिका बिष्ट फर्जी एडवाइजरी कंपनी का सर्वर संचालित करती थी। करीब 50 करोड़ की धोखाधड़ी का अब तक पता चल चुका है। ये लोग फर्जी सर्वर बनाकर लोगों को ट्रेडिंग करवाते थे। कंपनी के एप पर लोगों को फायदा ही नजर आता था लेकिन ये पैसा उनके खाते में ट्रांसफर नहीं किया जाता था। मुनाफे का झांसा देकर लोगों से रुपए ऐंठते रहते थे। अतुल को लेकर पुलिस लुक आउट सर्कुलर जारी करवा चुकी है। वो ही इस फर्जी कंपनी का मास्टरमांइड है।