देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर पुलिस ने हैदरावाद और दिल्ली के बीच चल रहे ऑनलाइन सट्टे का बड़ा कारोबार पकड़ा। आरोपियों के पास लगभग 2 करोड़ रुपए के सट्टे का हिसाब-किताब मिला। इसके साथ ही मोबाइल और नकदी भी बरामद हुई।
दिल्ली-हैदरावाद मैच पर लग रहा था सट्टा
एडिशनल एसपी राजेंश दंडोतिया ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ग्वालियर राजेश सिंह चंदेल के निर्देश पर ग्वालियर जिले में सटोरियों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। आज मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि थाना विश्वविद्यालय के न्यू बलवंत नगर में एक मकान में लगभग आधा दर्जन सटोरिए इकट्ठे होकर मोबाइल पर हैदराबाद और दिल्ली के बीच चल रहे आईपीएल क्रिकेट मैच पर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे हैं। सूचना पर क्राइम ब्रांच और थाना विश्वविद्यालय पुलिस की संयुक्त टीम ने छापा मारा।
6 लोग सट्टा लगवाते पकड़े गए
पुलिस की टीम ने मकान के अंदर जाकर देखा तो 6 संदिग्ध व्यक्ति मोबाइल चला रहे थे। पुलिस को देखकर उन्होंने भागने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उन्हें घेराबंदी करके पकड़ लिया। पूछताछ करने पर उन्होंने स्वयं को अम्बाह जिले के मुरैना का रहने वाला बताया। पकड़े गए संदिग्धों से जब आईपीएल मैच पर ऑनलाइन सट्टा खिलाने के बारे में पूछताछ की गई तो उनके द्वारा पुलिस टीम को गुमराह करने का प्रयास किया गया, पुलिस टीम द्वारा जब उसके मोबाइल चेक किए गए तो उसमें हैदराबाद और दिल्ली के बीच चल रहे आईपीएल मैच पर लिंक के माध्यम से अन्य लोगों को लिंक भेजकर सट्टा खिलवाना पाया गया।
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इन आईडी से लगवा रहे थे दांव
उनके पास मिले मोबाइलों में आईपीएल का सट्टा खिलवाने के लिए अलग-अलग नाम से क्रमशः 3 आईडी 1EX SUB ADMIN, BETGURU Super, JMD Dashboard पर खुली हुई पाई गई। पकड़े गए सटोरियों के द्वारा लोगों से पैसे लेकर आईपीएल क्रिकेट मैच की हार-जीत पर दांव लगवाकर अवैध लाभ कमाना स्वीकार किया गया और उनके ग्वालियर, भिण्ड, मुरैना और दतिया के लगभग 500 क्लाइंट हैं जो ऑनलाइन खेल रहे थे।
ये सामान बरामद
सटोरियों के पास से 29 हजार रुपए नकद, 12 मोबाइल, एक लैपटॉप, 3 कैल्क्यूलेटर, 7 रजिस्टर और 2 कार (वेन्यू एवं सेलेरियो) मिली। ये सामान जब्त किया गया। सटोरियों के मोबाइल चेक करने पर उनमें करीब 2 करोड़ रुपए का हिसाब-किताब मिला। पकड़े गए सटोरियों से उनके अन्य साथियों के संबंध में पूछने पर उन्होंने बताया कि मुरैना और ग्वालियर के 2 खाईबाज ने उन्हें ऑनलाइन सट्टा खिलाने के लिए आईडी उपलब्ध कराई थी।