NEW DELHI. दिल्ली के बहुचर्चित श्रद्धा मर्डर केस में लगातार खुलासे हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस की ओर से दाखिल की गई चार्जशीट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसमें आफताब ने बताया कि कैसे उसने अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा की लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाया था। आरोपी ने बताया कि उसने लाश के टुकड़ों को पेट्रोल से जलाया था और कई हड्डियों को ग्राइंडर में पीसकर उसके पाउडर को सड़क पर फेंक दिया था।
आफताब ने शव के किए थे 35 टुकड़े
बता दें कि आफताब पूनावाला (28) ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की कथित तौर पर हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए थे। उसने इन टुकड़ों को एक फ्रिज में 18 दिनों तक घर में ही रखा था। इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में शव के टुकड़ों को फेंक दिया था, उसे दिल्ली पुलिस द्वारा 12 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था।
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दोस्त के घर ही हुआ था श्रद्धा से झगड़ा
आरोपी आफताब ने बताया कि हम करीब एक सवा महीने घूमने के बाद मई 2022 के पहले हफ्ते में दिनांक 5 मई 2022 को बद्री के घर छत्तरपुर पहाड़ी दिल्ली पर पहुंचे थे। हम उसके घर पर करीब आठ-दस दिन रुके थे और वहां भी मेरे और श्रद्धा के बीच झगड़े हुए थे। इस कारण से हमारा ब्रेक अप हो गया था। मेरे और श्रद्धा के बीच में अक्सर झगड़ा होने के कारण बद्री ने हमें अपने घर से जाने को कहा। इसके बाद करीब दो दिन बाद कहीं और रुककर 16 मई 2022 से हम दोनों ने ब्रोकर राहुल रॉय के जरिये छत्तरपुर पहाड़ी में मकान किराए पर ले लिया और रहने लगे थे।
छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा होने लगा
आफताब ने बताया कि उस समय हम दोनों कहीं नौकरी नहीं कर रहे थे।ज्यादातर पैसा ट्रिप में खर्च हो चुका था। यहां पर भी हम दोनों में छोटी-छोटी बातों को लेकर काफी झगड़ा होने लगा था। 18 मई 2022 को उसने मुझे अपने किराए के घर वसई से जाकर घर का सामान लाने की बात कही, लेकिन मैंने उसे तबीयत खराब होना बोलकर जाने से मना किया था। इससे वो गुस्से में आ गई थी।
इसलिए श्रद्धा को रास्ते से हटाया था
आफताब ने बताया कि मैंने श्रद्धा को खर्चे का आधा पैसा देने की बात कही थी, जिस पर वो आग बबूला हो गई थी। इसके बाद उसने मुझे गाली भी दी थी। मैंने उसकी झगड़ा करने की आदत से हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए उसको रास्ते से हटाने की बात ठान ली थी। फिर 18 मई को उसको जान से मारने के लिए पकड़कर फर्श पर गिरा दिया और उसकी छाती पर बैठकर अपने दोनों हाथों से कसकर उसका गला और तब तक दबाए रखा जब तक वह मर नहीं गई।