NARAYANPUR. जिले के छोटेडोंगर में नारायणपुर बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की अज्ञात लोगों ने गोली मार कर हत्या कर दी। वारदात के समय वह घर पर टीवी देख रहे थे। उन्हें गंभीर हालत में नारायणपुर जिला अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। ईसाई मिशनरियों और आदिवासियों के बीच हिंसक संघर्ष की वजह से नारायणपुर चर्चाओं में है। इस घटना से एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। जहां वारदात हुई वहां से पुलिस थाना महज 50 मीटर की दूरी पर है। ऐसे में इस बड़ी वारदात को लेकर लोगों में नाराजगी है। साहू 25 वर्षों से भाजपा से जुड़े हुए थे।
नारायणपुर जिला विशेष नक्सल प्रभावित है
नारायणपुर जिला विशेष नक्सल प्रभावित है, अबूझमाड़ का इसे प्रवेश द्वार माना जाता है। हालांकि लंबे अरसे से माओवादियों की सक्रियता कम से कम इस स्वरूप में नहीं थी कि उन्हें ऐसी निर्द्वंद्व घटना करने की सहजता हो। नारायणपुर से ओरछा (अबूझमाड़ का प्रवेश द्वार) तक सशस्त्र बलों के कैंप हैं। इस घटना के लिए पुलिस प्रारंभिक तौर पर नक्सलियों के स्मॉल एक्शन टीम की भूमिका होने की आशंका जता रही है।
ये खबर भी पढ़ें...
- बिलासपुर में शिकंजे में सूदखोर! बुक डिपो संचालक की खुदकुशी का मामला, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
भड़की बीजेपी, डॉ. रमन बोले - ये पूरे बीजेपी पर हमला है
इस घटना के बाद बीजेपी भड़क गई है। डॉ रमन सिंह ने कहा कि पिछले एक महीने में तीन बीजेपी नेताओं की हत्या आखिर किस साजिश के तहत की जा रही है? नारायणपुर बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की हत्या पूरी भाजपा पर हमला है।
पहले भी जनप्रतिनिधि की हो चुकी है हत्या
गौरतबल है कि बीजापुर जिले में पिछले 5 दिन पहले नक्सलियों ने एक जनप्रतिनिधि को उसके परिवार के सामने ही मौत के घाट उतार दिया था। उसूर ब्लॉक के बीजेपी मंडल अध्यक्ष और वरिष्ठ बीजेपी नेता नीलकंठ कक्केम की चाकू और कुल्हाड़ी से वार कर नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। नीलकंठ कक्केम 5 फरवरी को पेंकरम में अपने पैतृक गांव में अपनी साली की शादी में शामिल होने गए थे। इसी दौरान साधारण वेशभूषा में 3 माओवादी उनके घर कुल्हाड़ी और धारदार हथियार लेकर पहुंच गए थे और नक्सलियों ने उन पर हमला बोल दिया था। इससे पहले उन्हें घर से घसीटा और फिर उनके परिवार के सामने ही मौत के घाट उतार दिया था। घटना को अंजाम देने के बाद सभी नक्सली जंगल की तरफ लौट गए थे।