ग्वालियर. क्राइम सीरियल देख एक जीजा ने साले का अपहरण कर 5 लाख फिरौती मांगी, फिर हत्या कर दी। जीजा साले अच्छे दोस्त भी थे लेकिन रुपयों के लालच ने जीजा को अंधा बना दिया और कातिल भी। आरोपी जीजा पुलिस की गिरफ्त में है, पुलिस ने मृतक का शव बरामद कर लिया है। एसपी देहात जयराज कुबेर भितरवार थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 9 रावत कॉलोनी में रहने वाला पुष्पेन्द्र रावत मंगलवार सुबह घर से निकला था। उसके बाद वह देर रात तक वापस नहीं आया। परिजन के पास फिरौती के लिए फोन आया था। इस मामले की जांच में जब पुलिस ने कड़ियां मिलाईं तो पता चला कि आखिरी बार पुष्पेंद्र दिनेश रावत के साथ देखा गया था।
पकड़े जाने के डर से कर दी हत्या
दिनेश ने पुष्पेंद्र का अपहरण करने के बाद उसके परिवार वालों से फिरौती मांगी। उसे यह डर भी था कि पुष्पेंद्र जैसे ही परिजनों के पास पहुंचेगा, सबको बता देगा कि अपहरण किसने किया था। इसी डर के चलते दिनेश ने उसे मार डाला। लाश को उसने पटी घाटी के जंगल में फेंक दिया।
फिरौती के रुपयों से चुकाने वाला था कर्ज
आरोपी ने बताया कि कुछ महीने पहले पुष्पेन्द्र के बाबा का देहांत हुआ था। परिवार को सहायता राशि के तौर पर 15 लाख रुपए मिले थे। इन्ही रुपयों के लालच में वह पुष्पेन्द्र को नरवर किला और मड़ीखेड़ा डैम घुमाने का झांसा देकर ले गया। जंगल में उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसके ऊपर सट्टे के चलते कर्ज हो गया था। कर्ज चुकाने के लिए उसने पुष्पेंद्र का अपहरण किया था, ताकि फिरौती वसूल कर कर्ज चुका सके।