RAISEN. रायसेन से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। जहां एक युवक ने पत्नी और 2 बच्चों को जहर दिया, फिर खुद फांसी के फंदे पर झूल गया। जिसमें पति-पत्नी समेत 1 बच्चे की मौत हो गई। जबकि 1 बच्चे की हालत गंभीर है। उसे इलाज के लिए भोपाल रेफर किया गया है। ASP अमृत मीणा ने बताया कि जांच के दौरान एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। पत्नी और दोनों बच्चों के गले में भी रस्सी के निशान हैं। आगे की जांच की जा रही है।
पुलिस को मिला सुसाइड नोट-
मैं बहुत परेशान हूं। मेरा बिजनेस भी खत्म सा हो रहा है। कुछ समझ ही नहीं आ रहा क्या करना है। मैं अपनी पत्नी और बच्चों से बहुत प्यार करता हूं। मैं ऐसी जिंदगी नहीं जी सकता। मैं बहुत सोचकर कदम उठा रहा हूं। मैं अकेला चला गया तो मेरे परिवार का क्या होगा। यह जमाना बहुत बेकार है। इसमें किसी की गलती नहीं है। किसी को भी परेशान नहीं किया जाए। इन सबका जिम्मेदार मैं खुद हूं और सबसे बड़ा जिम्मेदार वो जो मेरे परिवार की ब्लॉक वाली जमीन दे। जो मेरे परिवार वालों को अबतक नहीं मिली। कब तक सरकार से लड़ें, पीढ़ियां निकल रही हैं, पर देखने वाला कोई नहीं है। अगर सही समय पर निर्णय होता, तो हो सकता था कि मैं कभी ऐसा करने की नहीं सोचता। मेरी बात सरकार तक पहुंचाने में मेरी मदद करें। जमीन मेरे परिवार को मिले, जिससे उनकी स्थिति ठीक हो।
घर वालों को कभी मुझसे ऐसी उम्मीद नहीं होगी लेकिन मेरे सामने कोई और रास्ता नहीं दिख रहा। मुझे माफ कर देना। नीरज, पंकज मम्मी-पापा जी का अच्छे से ध्यान रखना। उन्हें कोई परेशानी ना हो। उन्हें अपने साथ ले जाना। जिससे लोगों की बातें उन्हें ना सुननी पड़े।
यह है पूरा मामला
रायसेन के बाड़ी वार्ड नंबर 8 के रहने वाले जितेंद्र सर्राफा ने अज्ञात कारणों के चलते पत्नी रिंकी, बेटे वैष्णव और कार्तिक को पहले जहर दिया, फिर खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गया। जिससे पत्नी, बेटे वैष्णव और व्यापारी की मौत हो गई। वहीं छोटे बेटे कार्तिक को गंभीर हालत में भोपाल रेफर किया है। पड़ोसियों के मुताबिक दंपती का सम्पन्न परिवार था। जितेंद्र का दो मंजिला घर और कार है। दुकान भी अच्छी चलती थी। पड़ोसियों ने बताया कि जितेंद्र में कोई बुरी आदत नहीं थी, लेकिन पति-पत्नी के बीच अनबन बनी रहती थी।
जांच में जुटी पुलिस
आसपास के लोगों से जानकारी मिलते ही पुलिस को इसकी सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, मामले में पुलिस कुछ भी नहीं बता रही है। व्यापारी के पड़ोसी का कहना है कि हिंगलाज मंदिर रोड पर उसकी बालाजी ज्वेलर्स के नाम से एक दुकान थी। पोस्टमॉर्टम के बाद शवों को गांव लाया गया। लोग अर्थियों को लेकर श्मशान घाट पहुंचे, जहां उन्होंने तीनों को एक साथ मुखाग्नि दी। घटना के बाद जितेंद्र की मां का बुरा हाल है। बार-बार मां बेहोश हो जा रही है।