Indore.लोकायुक्त छापे में करोड़ों के संपत्ति का मालिक निकलने वाले नगर निगम के बेलदार असलम खान के खिलाफ पत्रकार का फर्जी अधिमान्यता कार्ड रखने के मामले में केस दर्ज हुआ है। केस जनसंपर्क विभाग ने दर्ज करवाया है।
असलम खान के यहां लोकायुक्त टीम में 2018 में छापा मारा था। तब इसके पास भारी मात्रा में आय से अधिक संपत्ति होने का खुलासा लोकायुक्त ने किया था। इसी छापे में लोकायुक्त को असलम के पत्रकार होने का जिला स्तरीय अधिमान्यता कार्ड भी मिला था । उसके बाद लोकायुक्त ने इसे जांच के लिए जनसंपर्क विभाग, इंदौर को सौंपा था। वहां पाया गया कि असलम के पास जिस नंबर का कार्ड मिला वो असल में प्रतिष्ठित सांध्य दैनिक प्रभात किरण के एक पत्रकार के नाम पर जारी किया गया था। असली कार्ड में उक्त पत्रकार का नाम, फोटो और हस्ताक्षर हैं, जबकि असलम के पास बरामद उसी नंबर के कार्ड में सारी जानकारी फर्जी तरीके से भरी गई थी। हस्ताक्षर और हिंदी-अंग्रेजी की जानकारियों में भी भिन्नता थी। जांच के बाद जनसंपर्क विभाग के अधिमान्यता प्रभारी दिनेश कपूर ने इंदौर के तुकोगंज थाने में केस दर्ज करने के लिए आवेदन दिया।आज पुलिस ने असलम के खिलाफ धारा, 420, 465, 467,468 के तहत केस दर्ज कर लिया।
अचानक विवादों में आया असलम
लोकायुक्त छापा पड़ने के बाद असलम को नगर निगम ने पहले सस्पेंड और फिर बर्खास्त कर दिया था। हाल ही में उसका मामला तब सुर्खियों में आया जब कमिश्नर पवन शर्मा ने नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल के बर्खास्तगी के फैसले को पलटते हुए असलम की बर्खास्तगी निरस्त कर दी। इससे काफी विवाद हुआ। गलत जानकारी देने के मामले में दो बाबू निलंबित भी हुए थे। बाद में यह फैसला फिर पलटा गया। हालांकि अभी भी यह मामला विचाराधीन है। गौरतलब है कि असलम नगर निगम में मामूली बेलदार था लेकिन जब लोकायुक्त ने उसके यहां छापा डाला तो भारी मात्रा में संपत्ति का पता चला था। उसी के चलते उसे बर्खास्त किया गया था ।