खंडवा। यहां के (ओंकारेश्वर) मंधाता में बाईक चोरी के आरोपी युवक (किशन) की मौत के मामले में शार्ट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की आशंका जताई है। परिवार वालों का कहना है कि पांच दिन पहले 10 सितंबर को पुलिस पवन और किशन को थाने उठा ले गई, लेकिन रिकॉर्ड में गिरफ्तारी नहीं दिखाई। उन्होंने पुलिस पर दोनों युवकों के साथ मारपीट और कोर्ट में पेश न करने का आरोप लगाया है।
टीआई पर मारपीट का आरोप
मृतक किशन के भाई पवन ने बताया कि पुलिस हम दोनों भाइयों को 8 सितंबर की रात एक साथ ले गई थी। टीआई ने जबरन जुर्म कबूल कराने के लिए आरक्षक के साथ मिलकर मारपीट की, वहीं एक महिला कॉन्सटेबल ने उसे जंगल में ले जाकर गोली मारने की धमकी भी दी थी।
ये है घटनाक्रम
मंधाता (ओंकारेश्वर) पुलिस ने किशन (24 साल) को 10 सितंबर की रात बाईक चोरी के शक में थाने उठा ले गई थी। टीआई ने जुर्म कबूल कराने अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर बर्बरता पूर्ण रवैया अपनाते हुए मारपीट की। पुलिस पिटाई से किशन की मौत हो गई। किशन के पिता जियालाल ने आरोप लगाया कि जब बेटा पूरी तरह से स्वस्थ था तो उसकी तबीयत कैसे खराब हो गई।
मामले पुलिस की अपनी थ्योरी
इस मामले में पुलिस ने अलग ही थ्योरी पेश की है। पुलिस ने किशन के भाई पर हत्या का आरोप मढ़ दिया। निलंबित TI गणपत कनेल ने कहा कि हम पीएम रूम में गए तो डॉक्टरों ने मृतक के गले पर चोट के निशान बताए। पीएम करने वाले डॉक्टरों की टीम ने हत्या की आशंका जताई। रात में दोनों भाई अकेले थे। किशन मरने जैसा नहीं था। हमें गला दबाकर मारने की आशंका है।
न्यायिक जांच में होगा खुलासा SP
एसपी विवेक सिंह के मुताबिक, मामले में TI समेत एक SI और दो कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है। मृतक का पोस्टमार्टम भी अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ। जिसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है।