NEW DELHI. श्रद्धा वालकर हत्याकांड में अभी तक पुलिस को कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है। दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब का पॉलीग्राफिक टेस्ट कराने के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) से संपर्क किया है। वहीं, कोर्ट ने 22 नवंबर को आरोपी आफताब की पुलिस रिमांड 4 दिन के लिए बढ़ा दी है।
नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट में अंतर
पॉलीग्राफ टेस्ट या लाई डिटेक्टर टेस्ट (झूठ पकड़ने वाला) में आरोपी की फिजिकल एक्टिविटी जैसे, हार्टबीट, नाड़ी, सांस लेने की दर और पसीने को नोट किया जाता है। वहीं, नार्को टेस्ट में आरोपी को इंजेक्शन द्वारा सोडियम पेंटोथल दवा दी जाती है। इससे वो बेहोश होता है, लेकिन उसका दिमाग करता रहता है।
श्रद्धा मर्डर में खुलासों और सर्चिंग का दौर
श्रद्धा मर्डर केस की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस को बड़ी जानकारी हाथ लगी है। बताया जा रहा है कि आफताब ने पूछताछ में पुलिस को वह जगह बता दी है, जहां उसने हत्या में इस्तेमाल हथियार (औजार) फेंके थे। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में आफताब ने बताया कि उसने श्रद्धा मर्डर में इस्तेमाल आरी और ब्लेड को गुड़गांव के डीएलएफ फेज 3 की झाड़ियों में फेंका। वहीं, चापड़ को उसने महरौली के 100 फीट रोड स्थित कूड़ेदान में फेंक दिया था।
दिल्ली पुलिस की टीम 2 बार गुड़गांव में उन झाड़ियों की जांच कर चुकी है। 18 नवंबर को यहां जांच के बाद दिल्ली पुलिस की टीम गुड़गांव की झाड़ियों से कुछ सबूत लेकर निकली थी, जिसे सीएफएसएल (CFSL) जांच के लिए भेजा गया। इसके बाद 19 नवंबर की जांच में दिल्ली पुलिस मेटल डिटेक्टर के साथ गुड़गांव गई थी, लेकिन उस दिन दिल्ली पुलिस को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा था।
जबड़ा लेकर डेंटिस्ट के पास पहुंची पुलिस
दिल्ली पुलिस को महरौली के जंगलों से एक जबड़ा और कुछ हड्डियां मिली, जिसे एक डेंटिस्ट के पास पहुंची, ताकि पता लगाया जा सके कि यह जबड़ा श्रद्धा का ही है या नहीं। फिलहाल डेंटिस्ट इसकी जांच में जुट गए हैं। डेंटिस्ट ने बताया कि पुलिस जबड़े की फोटो लेकर पहुंची थी, हमने पुलिस से वो एक्सरे मांगा है, जिसमें उसने मुंबई में रूट कैनाल कराया था। डेंटिस्ट का कहना है कि बिना एक्सरे के पहचान कर पाना मुश्किल है।
उधर, दिल्ली पुलिस मैदानगढ़ी के उस तालाब को भी खाली कराने में जुटी है, जहां पूछताछ में आफताब ने श्रद्धा का सिर और शरीर के कुछ हिस्से फेंकने की बात कबूली थी। पुलिस को 21 नवंबर (सोमवार) को तालाब खाली कराना बंद करना पड़ा। इसमें सीवर का पानी गिर रहा था। पुलिस ने 20 नवंबर (रविवार) को 1 लाख लीटर पानी खाली कराया था, लेकिन सीवर से पानी आने के चलते तालाब फिर से उतना ही भर गया।
आफताब का नार्को टेस्ट भी होना है
आफताब का 21 नवंबर (सोमवार) को नार्को टेस्ट नहीं हो पाया था। नार्को टेस्ट से पहले आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट होना है। इससे पहले कोर्ट ने 17 नवंबर (गुरुवार) को दिल्ली पुलिस को 5 दिन में आफताब का नार्को टेस्ट कराने का आदेश दिया था। दिल्ली पुलिस ने 21 नवंबर को कोर्ट से आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की इजाजत मांगी थी। पुलिस ने मर्डर मामले में अब तक 11 लोगों के बयान लिए हैं। इनमें से दो लोग ऐसे हैं, जिन्होंने 2020 में आफताब के मारपीट करने के बाद श्रद्धा की मदद की थी।
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श्रद्धा को जो आशंका थी, वो सच में बदल गई
मर्डर केस में चौंकाने वाली बात सामने आई है। श्रद्धा ने दो साल पहले आशंका जताई थी कि आफताब उसकी हत्या कर टुकड़े टुकड़े कर देगा। 2020 में पालघर की तुलिंज पुलिस से लिखित शिकायत की थी, जिसमें उसने यह आशंका जताई थी लेकिन बाद में शिकायत वापस ली। श्रद्धा अपनी फ्रेंड पूनम बिड़लां के साथ पुलिस स्टेशन में शिकायत करने गई थी। ये शिकायत 23 नवंबर 2020 को की गई थी। इसी मामले में 19 दिसंबर 20 को जब तुलिंज पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया तो वह आफताब के साथ पुलिस स्टेशन पहुंची थी। उसने पुलिस को बताया कि वह अपनी शिकायत वापस लेना चाहती है। दोनों के बीच घरेलू विवाद था, अब सब ठीक हो गया है।
श्रद्धा को बेहिसाब मारता था आफताब
श्रद्धा ने दो पन्नों का यह शिकायती लैटर आफताब के आक्रामक बर्ताव और अपने साथ हुई मारपीट के बाद पुलिस को दिया था। पालघर पुलिस यह चिट्ठी भी दिल्ली पुलिस को सौंपेगी। आफताब, श्रद्धा के साथ अक्सर मारपीट करता था। एक बार आफताब की पिटाई के चलते श्रद्धा को तीन दिन तक अस्पताल में एडमिट करना पड़ा था। एक दोस्त को वॉट्सऐप चैट में श्रद्धा ने बताया था कि आफताब ने उसे इतना मारा था कि वह बिस्तर से उठ नहीं पा रही।