NEW DELHI. यहां हुए श्रद्धा वाकर मर्डर केस में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। जांच में पता लगा है कि आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को श्रद्धा के शव के टुकड़े करने पर कोई पछतावा नहीं है। उसका कहना है कि उसने अपने बचाव में यानी खुद को बचाने के लिए शव के टुकड़े किए। उसके पास शव को ठिकाने लगाने का कोई और चारा नहीं था। आफताब का ये भी कहना है कि उसे श्रद्धा की मौत पर पछतावा है। उसकी किस्मत खराब है, ऐसा नहीं होना चाहिए था। आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसका श्रद्धा से मुंबई के समय से ही झगड़ा होना शुरू हो गया था। श्रद्धा उसे बर्तनों से मारती थी तो वह उसे थप्पड़ मारता था। इस झगड़े में उसने श्रद्धा की हत्या कर दी।आरोपी आफताब का नार्को टेस्ट होना है।
पुलिस अफसरों के अनुसार, आरोपी बहुत ही तेज दिमाग का है। वह फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है और सोच-समझकर बात कर जवाब देता है। इस बीच मृतका के शव के टुकड़े बरामद करने में जुटी पुलिस को 16 नवंबर को भी श्रद्धा का सिर व धड़ नहीं मिला है। बीते महीनों में बारिश का मौसम था। पुलिस को शव के टुकड़े करने वाले औजार भी नहीं मिले हैं। आरोपी ने आरी, ब्लेड और चॉपर को एमसीडी के कूड़े के ड्रम में डाल दिया था। ऐसे में ये औजार कूड़े के साथ चले गए।
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6 महीने तक मुंबई के फ्लैट में रहे थे
आरोपी आफताब ने पूछताछ में ये खुलासा किया है कि श्रद्धा और वह मुंबई के जिस फ्लैट में रहते थे, वहां खुद को दोनों ने पति-पत्नी बताया था। दोनों एक साथ मुंबई के वसई के वाइट हिल्स सोसाइटी के फ्लैट 201 में करीब 6 महीने तक रहे थे। दोनों ने पुलिस वैरिफिकेशन के लिए जो कागजात जमा किए थे, उसमें दोनों ने अपना रिश्ता पति-पत्नी का बताया था।
श्रद्धा को मारने के बाद आफताब ने खाना ऑर्डर किया था
आफताब ने कबूल किया है कि उसे श्रद्धा के शव के टुकड़े-टुकड़े करने में करीब 10 घंटे लगे थे। उसने एक घंटे तक शरीर के सभी टुकड़ों को पानी से धोया। इसके बाद सभी टुकड़ों को पॉलीथिन में बंद कर फ्रिज में रखता चला गया। इस दौरान उसने ऑनलाइन खाना भी मंगवाया। काम खत्म करने के बाद वह बीयर लाया, फिर नेटफ्लिक्स पर वेब सीरीज देखी और सो गया। हालांकि, अगर वह कोर्ट में पलट गया तो इस कहानी को साबित करना बड़ी चुनौती होगी।
श्रद्धा को मारने के बादके बाद भी आफताब फ्लैट पर किसी महिला दोस्त को लेकर आया था। वो पहले भी श्रद्धा की गैरमौजूदगी में ऐसा करता था। इस वजह से दोनों के बीच झगड़े भी होते थे। पुलिस इन लड़कियों की भी तलाश कर रही है। पुलिस को सबूत मिले हैं कि श्रद्धा के कत्ल के बाद आफताब ने अपना पुराना फोन OLX पर बेच दिया। इस फोन को रिकवर करने की कोशिश की जा रही है। आफताब ने अभी तक श्रद्धा के मोबाइल के बारे में भी सच-सच कुछ नहीं बताया। महाराष्ट्र में जहां उसने फोन फेंकने की बात कही है, वहां से मोबाइल रिकवर नहीं हुआ है।
मुंबई पुलिस ने लापरवाही की
आरोपी आफताब की 5 दिन की पुलिस रिमांड 17 नवंबर को खत्म हो रही है। पुलिस उसे कोर्ट में पेश करेगी। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी की रिमांड और बढ़वाई जाएगी। पुलिस को अभी और सबूत जुटाने हैं। श्रद्धा के शव के और हिस्से भी बरामद करने हैं। इस मामले में मुंबई पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है। मृतका के पिता विकास मदन वालकर को 15 सितंबर को पता लग गया था कि श्रद्धा गायब है। बताया जा रहा है कि उन्होंने अगले दिन ही यानी 16 सितंबर को मुंबई में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मुंबई पुलिस ने जांच के नाम पर काफी समय खराब कर दिया। मुंबई पुलिस 9 नवंबर को दिल्ली पुलिस के पास पहुंची थी। दिल्ली पुलिस ने करीब 4 दिन में पूरे केस का खुलासा कर दिया।