RAIPUR. छत्तीसगढ़ में चिटफंड डायरेक्टरों पर सरकार की सख्ती जारी है। इस क्रम में पुलिस ने एक गिरफ्तारी की है। जानकारी के अनुसार रायपुर और सूरजपुर सहित प्रदेश के जिलों में करोड़ों की ठगी करने के बाद फरार फ्रॉड चिटफंड कंपनी का डायरेक्टर यूपी से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने आरोग्य इंडिया मल्टी स्टेट क्रेडिट कार्पोरेट सोसाइटी लिमिटेड के नाम से कंपनी खोलकर सैकड़ों लोगों से ठगी की थी।
नीलामी से मिले पैसे पीड़ितों को बांटे जाएंगे
फ्रॉड कंपनी के डायरेक्टरों ने प्रचार किया था कि कंपनी में निवेश करने पर चार साल में रकम दोगुनी होने के साथ ही बोनस में अलग से पैसे मिलेंगे। कंपनी के लुभावने ऑफर में फंसकर लोगों ने करोड़ों रुपए निवेश कर दिए। पुलिस ने अब आरोपी को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया। अब कंपनी की प्राॅपर्टी का पता लगाकर उसे नीलाम किया जाएगा। नीलामी से मिले पैसे पीड़ितों को बांटे जाएंगे।
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सबसे ज्यादा सूरजपुर में लोगों के पैसे डूबे थे
जानकारी के अनुसार 2016 में जब लोगों की पॉलिसी पूरी होने लगी और पैसे देने का समय आया तब कंपनी के दफ्तर में ताला लगाकर डायरेक्टर फरार हो गए। सबसे ज्यादा सूरजपुर में लोगों के पैसे डूबे थे। कोटा में कंपनी का दफ्तर था। रायपुर के पीड़ितों ने सरस्वती नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध करने के बाद विकास विजयवर्गीय उज्जैन और अभिषेक सिंह चौहान शाजापुर मप्र को गिरफ्तार किया था। मानवीर सिंह चौहान फरार होने में सफल हो गया था।
पिछले साल दिसंबर में भी की गई थी गिरफ्तारी
गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस ने चिटफंड कंपनी साईं प्रसाद लिमि. के आरोपी डायरेक्टर को गिरफ्तार किया था। आरोपी डायरेक्टर शशांक बी भापकर को पुणे महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस टीम द्वारा लगातार 08 दिनों तक पुणे महाराष्ट्र में कैंप कर पकड़ा गया। आरोपी डायरेक्टर द्वारा विभिन्न समयावधि में दोगुना राशि देने का झांसा देकर राशि जमा करवाई थी। चौकी लवन में चिटफंड कंपनी के विरुद्ध ₹6,75,058 का एफआईआर दर्ज की गई थी।