indore.शादी के हफ्ते भर बाद ही दुल्हे को चकमा दे घर से भागी दुल्हन बाद में दलाल (जिसने शादी करवाई थी) के घर पर मिली। इससे पहले उसने दुल्हे के साथ यह कहकर सोने से इंकार कर दिया था कि उसे मासिक धर्म है। पुलिस ने दलाल राधेश्याम, दुल्हन ललिता के अलावा काजल व दो अन्य लोगों सहित कुल पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी का केस दर्ज किया है।
इंदौर की रेवती रेंज में रहने वाली विजया पांडे ने अपने बेटे राहुल की शादी ललिता से करवाई थी। इसमें राधेश्याम नामक व्यक्ति ने मध्यस्थता की थी। शादी के अगली रात ललिता ने दुल्हे को मासिक धर्म का बोलकर अपने से दूर रखा। सात दिन बाद दुल्हन लापता हो गई। घर वालों ने जांच की तो सोने का मंगल सूत्र, टॉप्स, और चांदी के जेवर सहित तीन लाख रुपए भी गायब थे। पुलिस को विजया ने बताया कि जब ललित गायब हो गई तो वो बेटी और नौकरानी को लेकर दलाल राधेश्याम के घर पहुंची। वहां राधेश्याम और ललिता एक कमरे में मिले। जब विजया ने उन्हें कहा कि आपने हमें धोखा दिया तो उल्टा उन पर ही केस करने की धमकी देने लगे। इससे विजया डर गई। बाद में वो परिवार के अन्य लोगों के साथ राधेश्याम के घर गई तो वहां ताला लगा था । उसका फोन भी बंद था।
विधवा बताया
शादी के लिए दलाल राधेश्याम राहुल को भिलाई लेकर गया था। वहां उसने ललिता और एक अन्य युवती को राहुल से मिलाने के लिए होटल बुलवाया। वहां राहुल ने ललिता का पैन कार्ड देखा तो उसमें पिता का नाम था लेकिन आधार कार्ड पर ललिता पति शत्रुधन लिखा था। राहुल ने उसके शादीशुदा होने का सवाल किया तो राधेश्याम ने कह दिया वो शादी के बाद विधवा हो गई थी। । इसके बाद दोनों का रिश्ता पक्का कर शगुन के तौर पर ललिता को 25 हजार रुपए भी दिलवा दिए।
यह था मामला
बेटे की शादी के लिए परेशान विजया पांडे की मुलाकात काजल और राधेश्याम से हुई थी जो दलाली लेकर शादी करवाते थे। उन्होंने शादी खर्च के नाम पर 90 हजार रुपए लेकर उनके बेटे राहुल की शादी ललिता नाम की युवती से करवा दी। वे कई युवतियों के फोटो लेकर आए थे, इनमें से ललिता से शादी तय करवाई। उसके बाद पता चला कि सभी ने मिलकर उन्हें ठग लिया है। लड़की को भी ब्राह्मण परिवार की बताया था जबकि वो अन्य जाति से ताल्लुक रखती है।
रैकेट काम कर रहा है
पुलिस का कहना है कि इस तरह की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। इसमें पूरी गैंग काम कर रही है जिनमें दलालों के साथ संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ी लड़कियां भी शामिल हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही मामले का खुलासा होगा।