Gwalior. ग्वालियर में बेटियां कितनी सुरक्षित हैं, इसका अंदाजा आप मौजूदा आंकड़ों से लगा सकते हैं। जनवरी से जून के बीच 6 महीने में किशोरियों से दुष्कर्म की 35 घटनाएं हुईं सामने आईं। इनमें सभी पीड़िताएं नाबालिग हैं। तीन पीड़िताएं 10 साल से कम उम्र की हैं। इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं। नाबालिग और छोटी बच्चियों से दुष्कर्म और छेड़छाड़ के मामले में तो आरोपी करीबी ही निकल रहे हैं। कई मामलों में तो रिश्तेदार, पड़ोसी ही आरोपी निकले। इसलिए अब बच्चियों को करीबियों से भी बचाने की जरूरत है। जिससे इस तरह की घटनाएं रुक सकें।
ये आंकड़े डराते हैं
1 जनवरी 2022 से लेकर 29 जून 2022 के बीच करीब 6 महीने में नाबालिग से दुष्कर्म की 35 घटनाएं हुई हैं। इसी अवधि में छेड़छाड़ की 38 घटनाएं हुईं। आंकड़ों से साफ है कि ग्वालियर में बच्चियों से अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
कुछ समय की बड़ी घटनाएं
हजीरा इलाके में रहने वाली 9 वर्षीय बच्ची के साथ उसके रिश्तेदार ने ही दुष्कर्म किया, फिर बच्ची की बेरहमी से हत्या कर डाली। आरोपी कल्लू राठौर बच्ची का बाबा लगता है। बच्ची उसे बाबा ही कहती थी, फिर भी उसने बच्ची के साथ दरिंदगी कर डाली। इस मामले में आरोपी अभी तक पकड़ा ही नहीं जा सका।
इसके अलावा माधोगंज इलाके में रहने वाली तीन साल की बच्ची के साथ पड़ोसी किराएदार के रिश्तेदार लालू जादौन ने ज्यादती की। वह बच्ची को टॉफी दिलाने के बहाने छत पर ले गया। यहां बच्ची के साथ ज्यादती की, बच्ची को धमकाता रहा। बच्ची डरी सहमी रही लेकिन किसी को कुछ नहीं बताया। जब तक आरोपी घर के आसपास घूमता रहा, बच्ची चुप रही। बाद में आरोपी यहां से भागकर राजस्थान चला गया। जिसके बाद बच्ची ने अपनी मां को रोते हुए पूरी घटना बताई। बच्ची के परिजन उसे माधोगंज थाने लेकर पहुंचे। पुलिस ने दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट की धारा में केस दर्ज किया है।