इंदौर. कई बार सोशल मीडिया कितना घातक साबित हो सकता है, इसकी बानगी इंदौर से सामने आई है। यहां 10वीं की छात्रा सोशल मीडिया के माध्यम से मानव तस्करों के जाल में फंस गई। आरोपी ने पहले छात्रा से दोस्ती कर उसकी खूबसूरती की तारीफ की, फिर मिलने के लिए बांसवाड़ा बुलाया। इंदौर से 225 किलोमीटर दूर जब नाबालिग बांसवाड़ा पहुंची, तो आरोपी ने उसे बंधक बना लिया। वह नाबालिग को बेचने की फिराक में था। लेकिन मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने नाबालिग को ढूंढ लिया। आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है।
यह है पूरा मामला
आरोपी नारायण ने बताया कि 6 महीने पहले इंस्टाग्राम में उसकी नाबालिग से दोस्ती हुई थी। दोनों में बातचीत बढ़ी और नाबालिग प्रेम जाल में फंस गई। आरोपी ने उसे अपने पास रासजस्थान के बांसवाड़ा मिलने बुलाया। वहां पहुंचने पर आरोपी ने नाबालिग को अपने घर में बंदी बनाकर रखा। 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली 16 साल की पीड़िता इंदौर में अपनी बहन और जीजा के साथ रहती है। दो दिन पहले वह बिना बताए घर से कहीं चली गई थी। जिसके बाद परिवार ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर नाबालिग की तलाश की, और राजस्थान के बांसवाड़ा में मिली। जिसके बाद वहां पहुंच कर पुलिस ने नाबालिग को छुड़ाया और आरोपी को पकड़ लिया।
ह्यूमन ट्रैफिकिंग के एंगल से तलाश
आरोपी के मोबाइल की आखिरी लोकेशन बांसवाड़ा के गांव परतापुर में मिली थी। जब टीम ने उसका दरवाजा खटखटाया तो वह छत से कूदकर भाग निकला। इलाके में कई कंजर गिरोह भी रहते हैं। इस कारण से पुलिस को कई घरों की तलाशी लेनी पड़ी। नाबालिग छात्रा को आरोपी की मां और बहन के साथ दूसरे घर से पुलिस ने बरामद किया है। यहां नाबालिग को निगरानी में रखा गया था।
पुलिस ने बताया कि राजस्थान में आमूमन शादी के लिए लड़कियां नहीं मिलती हैं। इस कारण से आरोपी ने उसे बहला कर शादी के लिए बुलाया था। हालांकि पुलिस ह्यूमन ट्रेफिकिंग के एंगल से भी तलाश कर रही है।