खरगोन. रामनवमी पर दंगे की वजह से मध्यप्रदेश में हिंसा का माहौल बना हुआ है। अब दंगे के करीब पांच दिन बाद दो CCTV फुटेज सामने आए हैं। इनमें साफ नजर आ रहा है कि दंगाइयों ने किस तरह गदर मचाया। कैसे वह घरों पर पत्थर दागते रहे। वहीं दूसरी तरफ पुलिस-प्रशासन की कोई तैयारी नहीं थी। दंगाइयों की भीड़ के बीच एक पुलिसकर्मी तैनात था। वह नकाबपोश दंगाइयों को रोकने की कोशिश करता रहा, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। शीतला माता मंदिर गोशाला मार्ग के कुछ वीडियो सामने आए हैं। जो बताते हैं कि कैसे लचर सुरक्षा व्यवस्था के कारण दंगा भड़क उठा।
पुलिसकर्मी ने रोका लेकिन नहीं माने
पहले वीडियो में एक पुलिसकर्मी दंगाइयों की भीड़ को रोकने की कोशिश करता रहा। लेकिन उसकी कोशिश नाकाम रही। इसके बावजूद पुलिसकर्मी ने अपने अफसरों और कंट्रोल रूम को सूचना नहीं दी। नकाबपोश दंगाइयों की भीड़ शीतला माता मंदिर और नजदीकी घरों पर हमला करती रही। ताबड़तोड़ पत्थरबाजी भी की गई।
चेहरों पर नकाब बांधकर टूट पड़ी भीड़
रामनवमी पर शाम 5.46 बजे दंगाई चेहरे पर नकाब बांधकर आए। इसी बीच कुछ उपद्रवी पत्थर लेकर घरों पर टूट पड़े। खिड़कियों और दरवाजों को लातें मारीं। वीडियो में एक पुलिसकर्मी हाथ में डंडा लिए मंदिर के पास खड़ा दिखा। बचाव करते-करते पुलिसकर्मी की टोपी भी गिर जाती है। उपद्रवियों ने उसकी एक नहीं सुनी। इसके बावजूद उसने वायरलेस सेट या मोबाइल से अफसरों और कंट्रोल रूम को सूचना नहीं दी।