Indore.सात हत्याओं के आरोपी संजय उर्फ शुभम दीक्षित के मोबाइल फोन ने नया राज उगला है। पुलिस ने उसके मोबाइल से एक मैसेज पकड़ा है जो उसने अपने मुंबई वाले दोस्त को किया था। मैसेज में लिखा था ओए..मैंने बड़ा कांड कर दिया है। पुलिस मेरे पीछे पड़ जाएगी। मैं वापस जेल नहीं जाना चाहता। मुंबई आ रहा हूं।आरोपी 18 मई तक रिमांड पर है।
इस सबूत को भी पुलिस अहम मान रही है। यह मैसेज उसने तब किया था जब उसे मालूम पड़ा कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से आरोपी को ट्रेस कर लिया है। जानकारी के मुताबिक मोबाइल फोन से कुछ अन्य महत्वपूर्ण मैसेज भी मिले हैं । उसकी दिल्ली और पुणे की महिला मित्रों की जानकारी भी मिली है । अब पुलिस उनसे पूछताछ कर संजय के बारे में और तथ्य जुटाएगी। संजय की इंदौर स्थित मित्र (जिसे नसीहत देने के लिए उसने बिल्डिंग में आग लगाई थी) ने भी पुलिस को बताया था कि संजय की पुणे में भी एक मित्र है, जिसके साथ उसने फ्राड किया था और उसे जेल जाना पड़ा था। उसी मित्र ने मुझे भी संजय से सावधान रहने की नसीहत दी थी। पुलिस ने एक टीम दिल्ली और पुणे रवाना की है।
फोन बंद कर दिया था, इंटरनेट इस्तेमाल कर रहा था
आरोपी इतना शातिर है कि जैसे ही उसे मालूम पड़ा कि पुलिस ने उसे पहचान लिया है, उसके बाद उसने फोन बंद कर लिया था। वो जानता था कि पुलिस मोबाइल फोन से लोकेशन ट्रेस करेगी। वो इंटरनेट के जरिए दोस्तों को संदेश भेज रहा था। पुलिस को शुरू में इसीलिए उसे पकड़ने में थोड़ी मुश्किल हुई लेकिन बाद में उसकी लोकेशन निरंजनपुर में ट्रेस होते ही दबोच लिया। गौरतलब है कि आरोपी ने 6 में स्वर्णबाग स्थित एक मल्टी में रहने वाली अपनी दोस्त को नसीहत देने के लिए उसकी गाड़ी में आग लगा दी थी, जिसने बाद में विकराल रूप ले लिया था और मल्टी में रहने वाले सात लोग जिंदा जल गए थे, जबकि पांच लोग गंभीर घायल हो गए थे। कुछ ने बिल्डिंग से कूदकर जान बचाई थी। शुरू में आग का कारण शार्ट सर्किट माना जा रहा था, लेकिन पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज देखे तो आरोपी पार्किंग में खड़ी गाड़ी में आग लगाकर भागता दिखा। उसके बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया था।