छतरपुर. मध्य प्रदेश पुलिस ने फर्जी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) अधिकारी बनने वालों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार को 6 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। आरोपियों से 2 पिस्टल, 2 लग्जरी वाहन समेत पुलिस की वर्दी, फर्जी पहचान पत्र बरामद हुए हैं। इस टीम ने छतरपुर के नौगांव में फर्जी CBI टीम बनाकर डिस्लरी संचालक से 2 लाख रुपये लूटे थे। छतरपुर एसपी - सचिन शर्मा ने पूरे मामले का खुलासा किया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने अक्षय कुमार की फिल्म स्पेशल 26 से घटना को अंजाम देने की सीख ली थी।
इस घटना के बाद एक्शन में आई पुलिस
जानकारी के मुताबिक निखिल बंशल, डायरेक्टर जैकपिन बैबरिज डिस्लरी लिमिटेड ने थाना नौगांव जिला छतरपुर में रिपोर्ट की थी कि 6 अगस्त की सुबह करीब 08 बजे 5-6 लोग फैक्ट्री में आए और अपने आप को सीबीआई अधिकारी बताया। फर्जी अधिकारियों ने कहा कि 2020 में अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड का जो मामला था, उसकी जांच करने आए हैं। उन लोगों ने सिक्योरिटी गार्डों से बोला कि सभी एक तरफ लाइन में खड़े हो जाओ कोई कुछ नहीं करेगा। उन लोगों में से 2 व्यक्ति जिनमें एक सब इंस्पेक्टर की वर्दी एवं पिस्टल लगाए हुए था और दूसरा आरक्षक की वर्दी में था। साथ में साधारण कपड़े पहने व्यक्ति के पास भी पिस्टल थी जो बाहर से दिख रही थी। सब इंस्पेक्टर की वर्दी वाला व्यकित बोला कि 2020 में अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड का जो मामला था, उसकी जांच करने आए हैं। हमने पहले आपको समन भेजा था आप आए नहीं। तब मैनें बोला हमें कोई समन नहीं मिला है यदि कोई समन जारी हुआ है तो उसकी कॉपी दिखाईए, तो उनमें से दूसरा आदमी बोला कि बहुत देर हो गई है, इनको लखनऊ लेकर चलो। तब निखिल बंशल बोला कि मैं अपने वकील को बुला लेता हूं तो उन्होंने बोला कुछ नहीं चलो सब बाते लखनऊ में जाकर होंगी।
आरोपियों ने पिस्टल से डराया
फिर निखिल बोला कि मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है। हमारी शराब उतर प्रदेश में नहीं जाती है और हमारी डिस्लरी रजिस्ट्रर्ड है व अलीगढ यहां से करीब 500-600 किमी है। तभी एक आदमी जो कि सब इंस्पेक्टर की वर्दी मे था, मुझे कोने में बुलाकर कहा, आपको मामला निपटाना है या बहस करनी है तो हमने कहा कि मैनें कुछ गलत नहीं किया है मुझे नहीं निपटाना है। संदिग्ध व्यक्तियों की टीम में जो मुख्य बनकर बात कर रहा था से पूछा आप कौन हैं, तो उन्होनें अपने आप को एडशिनल एस.पी. CBI लखनऊ में पदस्थ होना बताया और एक सीबीआई का परिचय पत्र भी दिखाया। इन लोगों ने काफी दबाव बनाया। जब मैं दबाब में नहीं तो फर्जी टीम के लोगों ने अपने पास रखी पिस्टल निकाली और मेरे एंव मैनेजर राजीव मित्तल के सीने में लगा दी और आफिस की तलाशी करने लगे। जहां मेरे पास दराज में रखे दो लाख रूपये जो अपने आप को CBI अधिकारी बता रहे पिस्टल दिखाकर दो लाख रूपये छीन लिए और जाते समय ऑफिस एंव गेट में लगे कैमरों की रिकार्डिंग वाला हाईक विजन कम्पनी DBR जिसकी कीमत करीब 15000 रुपये लेकर भाग गए।
फर्जी आईकार्ड जब्त
पुलिस ने शनिवार को इस फर्जी टीम के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक सफेद रंग की सफारी, एक ब्रेजा गाड़ी, एक सबइंस्पेक्टर 2 आरक्षक की यूनिफार्म, 2 पिस्टल 10 राउंड समेत CBI संबंधी फर्जी आईकार्ड और दस्तावेज बरामद किए हैं। लूटा गया CCTV कैमरे का DBR एवं नगद 2 लाख रुपये बरामद हुए हैं।
मामले में पकड़े गए आरोपी
धमेन्द्र कुमार जिला बुलन्दशहर (उ.प्र.), देवेन्द्र कुमार साउथ बेस्ट (दिल्ली), अविनाश कुमार साउथ बेस्ट (दिल्ली), बुद्धराम जौनापुर (नई दिल्ली), सिद्धपाल सिंह भोपाल (म.प्र.), देवेन्द्र सिंह झांसी (उ.प्र.)