गैंग में सिर्फ 13 साल तक के बच्चे... पैकेज सालाना 18 लाख, शादी समारोह से चुराते हैं बैग, जीते हैं लग्जरी लाइफ

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BP Shrivastava
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गैंग में सिर्फ 13 साल तक के बच्चे... पैकेज सालाना 18 लाख, शादी समारोह से चुराते हैं बैग, जीते हैं लग्जरी लाइफ

New Delhi. शादी समारोह में एमपी की बच्चा गैंग काफी स​क्रिय है। जिसमें आठ से 13 साल तक के बच्चे शामिल हैं। ये शादी समारोह में सज-धजकर शामिल होते हैं और फिर मुख्य लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। इसके बाद गहनों और नकदी से भरे बैग पार कर देते हैं। ये इतने ट्रैंड होते हैं आप इनके हुलिए से पहचान भी नहीं सकते कि वे चोर हैं। इस बात का खुलासा राजस्थान के बूंदी में पकड़े गए एक नाबालिक ने पुलिस क सामने किया है। 



ये नाबालिग चोरी करते पकड़ा गया



बूंदी के एक मैरिज गार्डन में नौ फरवरी को एक नाबालिग चोरी करते पकड़ा गया था। वह तीसरी क्लास तक पढ़ा है। आरोपी मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के गुल खेड़ी गांव का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि नाबालिग 18 लाख रुपये सालाना के पैकेज पर एमपी की गैंग में काम करता है। यह गैंग शादी समारोह से गहनों और रुपये से भरे बैग चोरी करता है। शादी समारोह में छोटे बच्चों पर कोई शक नहीं करता है, इसलिए शातिर बदमाश बच्चों को ट्रेनिंग देते हैं। पैकेज की पूरी डील बच्चों के परिवार वालों से होती है।



एक गैंग में आठ से 10 मेंबर होते हैं



एक गैंग में आठ से 10 मेंबर होते हैं। इनमें बच्चे ज्यादातर होते हैं। गैंग के मेंबर बच्चों को देशभर में लग्जरी कार, ट्रेन और हवाई सफर तक करवाते हैं, ताकि उनकी चाल-ढाल, बोल-चाल की स्टाइल बदल सके। इसके साथ ही उनको वारदात के नए तरीके सिखाए जाते हैं। शादी समारोह में ले जाकर चोरी करने के तरीके बताए जाते हैं। ये गैंग मध्यप्रदेश बॉर्डर से सटे राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा वारदात करती है। पुलिस के पास रोहतक (हरियाणा), दिल्ली, जयपुर (राजस्थान), जालोर (राजस्थान) और महाराष्ट्र में चोरी को लेकर फोन आ चुके हैं।




गैंग रेकी कर टारगेट तय करती है



गिरोह के सदस्य पहले उस इलाके में रेकी कर टारगेट तय करते हैं। इसके बाद नाबालिग और उसके साथ गैंग के कुछ सदस्य सूट-बूट और अच्छे कपड़े पहनकर शादी समारोह में घुस जाते हैं। यहां नाबालिग रुपये या गहनों से भरा बैग पार कर गैंग के सदस्यों को दे देता है। इसके बाद वह खुद भी वहां से निकल जाता है।



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गैंग के बच्चों को वीवीआईपी सुविधाएं



वारदात कराने के लिए गैंग नाबालिग को सभी जगहों पर लग्जरी गाड़ी से ले जाती है। इसके अलावा ट्रेन और हवाई सफर कराया जाता है। इस दौरान उसके पास मेकअप सामग्री के साथ 10-12 जोड़ी कपड़े भी होते हैं। एक वारदात के दौरान पहने गए कपड़े दोबारा काम में नहीं लिए जाते हैं। होटल में रुकने पर पकड़े जाने का खतरा रहता है, जिससे बचने के लिए गैंग के मेंबर गाड़ी में ही सो जाते हैं।



बैग चुराने के चक्कर में पकड़ा गया



बूंदी के सदर थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज ने बताया, नौ फरवरी को नाबालिग ने एक मैरिज गार्डन में दुल्हन की मां के हाथ पर खुजली का पाउडर डालकर 10 लाख रुपए के गहनों से भरा बैग चुरा लिया था। महिला के चिल्लाने पर लोगों ने उसको दबोच लिया। घटना को अंजाम देने के लिए उसके साथ आए तीन युवक फरार हो गए थे। जालोर डीएसपी रतन देवासी ने बताया, नाबालिग ने गैंग के साथियों के साथ जालोर में चोरी की वारदात करना कबूल किया है। इसी नाबालिग ने छह फरवरी को आहोर में एक मैरिज गार्डन में चल रहे शादी समारोह से करीब 20 लाख रुपए के गहनों से भरा बैग चोरी कर लिया था और फरार हो गया था। वारदात के समय सभी लोग बारात को खाना खिला रहे थे। 

 


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