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indore.फर्जी एडवायजरी कंपनी के जरिए करीब चार सौ लोगों से बीस करोड़ की ठगी करने की आरोपी मास्टर माइंड पूजा थापा ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इसके चौदह साथी पहले ही पकड़े जा चुके हैं।आरोपी करीब एक हफ्ते से पुलिस को छका रही थी।
असम रायफल्स के एक जवान द्वारा करीब पौने चार लाख रुपए की ठगी की शिकायत पुलिस में करने के बाद इस गैंग का भंडाफोड़ हुआ था। इसके साथियों से पुलिस करीब 24 लाख रुपए नकद, महंगी गाड़ियां, महंगे मोबाइल, ज्वेलरी और लैपटॉप जब्त कर चुकी है। इसके शेखर रिजेंसी (बांबे हॉस्पिटल के पास) स्थित फ्लैट से भी पुलिस को कई जानकारियां और महंगा सामान मिला था जिससे उसकी लक्जरी लाइफ का भी पता चला था। वहीं से पुलिस को अंदाज हो गया था कि पूरी ठगी की मास्टर माइंड पूजा ही है। तब से लगातार इसकी तलाश में छापे मारे जा रहे थे। पुलिस ने इस पर इनाम भी घोषित किया था। पुलिस के बढ़ते दबाव के बीच पूजा ने मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया जहां से पुलिस ने उसकी औपचारिक गिरफ्तारी ले ली।
पहले नौकरी फिर ठगी का गिरोह
पूजा थापा, पवन तिवारी सहित कुछ लोग पहले एक एडवायजरी कंपनी में काम करते थे । बाद में खुद ही ठगी करने लगे। इसके लिए पूजा ने ही सभी साथियों को इकट्ठा किया था। अपने साथियों से ही गांव के कुछ लोगों के बैंक खाते कमीशन पर लिए और ठगी का पैसा उसमें शिफ्ट करने लगी। उसने चार शहरों में अपनी ब्रांच खोल रखी थी । वो टीम को इन्सेंटिव का लालच देकर डेढ़ करोड़ रुपए महीने तक का टारगेट देती थी। पवन को दो दिन पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 13 लाख रुपए नकद जब्त किए थे। पुलिस पूजा से आगे पूछताछ कर रही है