indore. शहर की पुलिस दो महिला ठगों को लेकर परेशान है। एक जहां पुलिस को चकमा देकर खूब दौड़ लगवा रही है, वहीं दूसरी हाथ तो आ गई लेकिन कस्टडी में भी जलवा बता रही है ।
पुलिस के हाथ नहीं आ रही उसका नाम पूजा थापा है। ये पांच करोड़ के फ्राड में वांछित है। शेयर बाजार में भारी-भरकम फायदे का झांसा देकर करीब चार सौ से ज्यादा लोगों को ठगने वाली पूजा के सात साथी पुलिस की मेहमानवाजी में हैं, वहीं पूजा कभी कर्नाटक तो कभी मुंबई की लोकेशन पर मालूम तो पड़ती है लेकिन पकड़ में नहीं आ रही । पुलिस ने कोर्ट से अनुमति लेकर जब बांबे हॉस्पिटल के पास शेखर रिजेंसी में उसके फ्लैट का ताला तोड़कर तलाशी ली तो उसकी आंखें फटी रह गई । वहां नोट गिनने की मशीन, जेवरात से लेकर 50 जोड़ी ब्रांडेड कपड़े, और जूते मिले। महंगी शराब, हुक्का भी बरामद हुआ। एक लेपटॉप भी मिली जिसमें कई राज मालूम पड़े।
चार शहरों में ब्रांच
पूजा थापा ने रायपुर, रीवा, सतना और सागर में ठगी की ब्रांच खोल रखी थी । हर टीम को डेढ़ करोड़ रुपए महीने का लक्ष्य दे रखा था। इसका खुलासा उसके लेपटॉप की जांच से हुआ। इसमें एक पेज पर उसने अपनी टीम और कर्मचारियों की लिस्ट बना रखी थी। भंवरकुआं (भोलाराम उस्ताद मार्ग) पर दुकान चलाने वाला दीपू उर्फ दिलीप को भी पुलिस ने पकड़ा है। ये ठगोरों को सिम उपलब्ध कराता था । रिमांड पर उसने बताया कि जो लोग फोटो कॉपी करवाने आते थे उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग वो सिम इश्यू करवाने में करता था ।
गांववालों से कमीशन पर लिए खाते
जब ठगी का पैसा बहने लगा तो पूजा को आयकर विभाग की फिक्र हुई । उसने अपनी टीम से कमीशन पर कुछ खाते लाने को कहा। भगोरा गांव (महू) के अनिल और अमित नामक उसके दो साथियों ने अपने रिश्तेदारों और गांव के कई लोगों केखाते लाकर दे दिए। इन्हीं में पैसा शिफ्ट हो रहा था।
भाई को पता नहीं बहन इतना कमा रही
पूजा का भाई अमित अपनी मां के साथ देवास में रहता है। उसे पुलिस ने पकड़ा तो वो तपाक से बोल पड़ा-हम यहां गरीबी झेल रहे हैं। हमें पता ही नहीं बहन इतना कमाती है। मुझे तो 8 हजार रुपए तनख्वाह मिलती है। जबसे वो देवास छोड़कर इंदौर
तबसे हमारा उससे कोई संपर्क नहीं हुआ।
रिटायर्ड अफसर का बेटा फरार
दूसरा मामला रश्मि राठौर नामक महिला का है। हाल में एमआईजी पुलिस ने पकड़ा था। ये अपने पति भोपाल निवासी अनस सिद्दीकी के साथ मिलकर 50 से ज्यादा कारों की हेराफेरी कर चुकी है। कार किराए पर लेकर उसे बेच देने की शिकायत के बाद पुलिस ने इसे पकड़ा तो एक के बाद एक राज खुलने लगे। इंदौर के जनता क्वार्टर में रहने वाली रश्मि कॉल सेंटर की मामूली नौकरी के दौरान फेसबुक पर अनस के संपर्क में आई । दोनों ने शादी कर ली और साथ में ठगी भी शुरू कर दी। अनस अभी फरार है। वो रिटायर्ड अफसर का बेटा है और भोपाल में राजनीति करता रहा है। इन्होंने मप्र के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में भी ठगी की है। पुलिस कस्टडी में भी वो खुद को बड़े परिवार का बताकर ठसक जमाने की कोशिश करती रही।