RAJGARH. मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में एक ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। जिसमें बहन की लव मैरिज से नाराज दो भाई और चाचा ने, युवक को बंदूक और सब्बर से हमला करके उसे मौत के घाट उतार दिया। मृतक की पत्नी 8 महीने की गर्भवती है। मामला मप्र राजगढ़ के धानोदा गांव का है जो राजस्थान की सीमा में बसा हुआ है।
ऐसे शुरू हुआ विवाद
धानोदा गांव में भगवान सिंह अपनी बड़ी बेटी नीतू कुंवर, बेटे भरत सिंह और राजपाल के साथ खेती किसानी करते थे। इस बीच, नीतू सिंह का गांव के ही युवक लखन से प्रेम प्रसंग चर्चाएं होने लगीं। दोनों में नजदीकियों के किस्से तो तब से चर्चित थे, जब वे 9वीं कक्षा में पढ़ते थे। जैसे ही भगवान सिंह तक ये बात पहुंची वैसे ही उन्होंने आनन-फानन में बेटी की शादी राजगढ़ के रावतपुरा गांव के युवक राजेंद्र सिंह से करा दी।
नीतू का पति शराबी था
भगवान सिंह ने बेटी नीतू की शादी जिस लड़के से की थी उसे शराब की लत रही। दोनों का रिश्ता दिन-ब-दिन बिगड़ता चला गया। इस बीच इन पांच सालों में एक बेटा और एक बेटी का जन्म भी हुआ। कोरोना काल में पिता भगवान सिंह की मौत के बाद ससुराल वालों के तेवर बदल गए। वे आए दिन किसी न किसी बात पर विवाद करते थे। पति नशे में धुत होकर घर पहुंचता, तो छोटी-छोटी बात पर मारपीट करने लगता।
बच्चों को छोड़ नीतू पहुंची मायके
पति की मारपीट से परेशान नीतू ने दोनों बच्चों को रावतपुरा गांव छोड़कर मायके धानोदा आ गई। यहां वह छोटे भाइयों और मां के साथ जिंदगी कटने लगी। इसी बीच, एक दिन उसकी नजर गांव के लखन पर पड़ी। दोनों में फिर से बातचीत शुरू हो गई। गांव में चोरी छिपे होने वाली दोनों की मुलाकातों की खबर नीतू की मां और भाइयों तक जा पहुंच गई। वे गांव से 3 किलोमीटर दूर 10 बीघा खेत में रह रहे लखन के पिता बहादुर सिंह और मां श्याम कुंवर को समझाने जा पहुंचे। यहां समझाइश दी गई। नीतू के भाइयों ने कहा कि अगर लखन उसकी बहन से दूर नहीं रहा, तो दोनों बाप बेटों को ऐसी मौत देंगे कि लोग याद रखेंगे।
नीतू और लखन ने भागकर की शादी
जुलाई 2022 को नीतू और लखन अचानक लापता हो गए। नीतू की मां और भाइयों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें राजस्थान के झालावाड़ से ढूंढ निकाला। यहां नीतू और लखन ने पुलिस को बताया कि दोनों ने 8 जुलाई 2022 को शादी कर ली थी। लखन वहां अपनी पत्नी नीतू और उसके दो बच्चों को परिवार में शामिल कर लिया और साथ रहने लगा।
5 अप्रैल को लखन पर हुआ प्राणघातक हमला
बुधवार 5 अप्रैल को लखन रोजमर्रा की तरह अपने खेत का काम निपटाने के बाद शाम 7.30 घर आया। इसी दौरान एक युवक गांव के ही एक किसान के खेत से ट्रैक्टर-ट्रॉली में लाए गए गेहूं भरकर गांव में दाखिल हुआ। वह किसान के घर पर ट्रॉली खाली कराता है, तभी पहले से घात लगाए युवक फायरिंग शुरू कर देते हैं। अचानक हुए हमले से हड़बड़ाया युवक बचने की कोशिश करता है, तभी एक गोली लेफ्ट साइड की कमर और दूसरी गोली लेफ्ट शोल्डर के पास हड्डी में मार दी जाती है। जिसके बाद लखन जमीन पर गिर जाता है और तीनों हमलावन उसे पत्थर, लात-घूंसे से मारना शुरु कर देते हैं। इसी बीच एक हमलावरों ने सब्बल उठाकर युवक के गले में मार दिया, जो आर पार हो गई। जिससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई।
सुबह दी धमकी शाम को किया कत्ल
5 अप्रैल 2022 को सुबह नीतू के भाई भरत, राजपाल और बड़े पापा का बेटा उसके घर पहुंचा। बहन से कहा- कि आज हम लखन को मौत के घाट उतार देंगे। हालांकि, धमकी को लखन ने गंभीरता से नहीं लिया। शाम को जब ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर लखन पहुंचा, तो पहले से घात लगाए बैठे नीतू के भाइयों ने ट्रॉली खाली करते वक्त पिस्टल से 6 राउंड फायर किए। लखन को दो गोलियां लगीं।
पोस्टमॉर्टम से पता चला गोलियों से हुआ वार
लखन की मौत को पुलिस सब्बल से हुए हमले के कारण मान रही थी, लेकिन पीएम में पता चला कि मृतक को 2 गोलियां ध्भी लगी थी। पीएम करने वाले डॉक्टर अमरसिंह धार्वे ने बताया कि मृतक लखन की गर्दन में सब्बल फंसा था। शव के अंदर दो गोलियां फंसी थी। एक लेफ्ट शोल्डर के पास हड्डी में फंसी थी। दूसरी गोली लेफ्ट साइड की कमर से मारी गई थी, जो कमर की राइट साइड कमर की हड्डी में फंसी थी।
आरोपियों पर 302 का मामला दर्ज
माचलपुर थाना प्रभारी जितेंद्र अजनारे ने बताया कि लखन पर आत्मघाती हमला कर मौत के घाट उतारने वाले आरोपी राजपाल उर्फ राजू, लोकेश उर्फ सुरेंद्र, प्रेमसिंह पर धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया है।