Indore.पहले पत्नी, फिर बेटी को भी खो दिया । अब खुद भी आत्महत्या कर ली। मरते वक्त लिखा किसी से कोई शिकायत नहीं, खुद के शरीर से परेशान हूं इसलिए यह कृत्य कर रहा हूं। किसी को परेशान न किया जाए।
इंदौर के नर्मदा प्रोजेक्ट में कंट्रोलर पद पर काम करने वाले विजय श्रीधर धर्माधिकारी (59 साल) ने सोमवार देर रात जहर खाकर जान दे दी। वे वीर सावरकर नगर (खातीवाला टैंक क्षेत्र) में रहते थे। पुलिस ने घर की तलाशी ली तो जहर की शीशी और एक सुसाइड नोट मिला जिसमें लिखा था-
"मैं विजय श्रीधर धर्माधिकारी लिख रहा हूं कि मेरा किसी से कोई झगड़ा नहीं है। मेरा किसी से कोई लेना-देना भी नहीं है। मुझ पर कोई दबाव भी नहीं है। मैं अपनी शरीर से परेशान होकर यह कृत्य कर रहा हूं। मेरे जाने के बाद किसी को परेशान नहीं किया जाए।"
पत्नी, बेटी को खो चुके थे
धर्माधिकारी की पत्नी की सात साल पहले मौत हो चुकी थी। 2-3 साल पहले उनकी बेटी की भी मौत हो गई। भतीजे राहुल के मुताबिक दोनों की मौत के बाद वे डिप्रेशन में चले गए थे। हमेशा दुखी रहते थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।