PRAYAGRAJ. उमेश पाल और उसके गनर की हत्या के मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। पुलिस ने अतीक अहमद के साथ ही अतीक के भाई, पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक अहमद के दो बेटों और अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है। प्रयागराज के धूमनगंज थाने में उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तरफ से केस दर्ज करवाया गया है। पुलिस ने एक राय होकर हत्या, हत्या का प्रयास के साथ-साथ विस्फोटक अधिनियम के तहत FIR दर्ज की है। प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद के दोनों बेटों के साथ करीब 14 संदिग्ध हिरासत में लिए हैं।
सरेआम चलाई थी गोलियां
बसपा के पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके गनर की गोलीबारी और बमबारी करके हत्या कर दी गई। एक अन्य गनर घायल हो गया, जिसका इलाज चल रहा है। प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में सड़क पर दिनदहाड़े हुए इस शूटआउट से सनसनी फैल गई। पीड़ित परिवार का आरोप है कि बाहुबली अतीक अहमद ने ये हत्या करवाई है। वारदात की सूचना मिलते ही भारी संख्या में इलाके में पुलिस की तैनाती कर दी गई है और हमलावरों की तलाश की जा रही है। वारदात के सीसीवीटी फुटेज भी सामने आ गए हैं.
उमेश पाल, राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह थे। 24 फरवरी (शुक्रवार) को वो पेशी से घर जा रहे थे, तभी सड़क पर कार रुकते ही घात लगाकर बदमाशों ने हमला कर दिया। पहले उनकी कार और गनर को निशाना बनाया। इसके बाद बमबारी कर दी। इसमें गनर घायल होकर जमीन पर गिर गया और उमेश जान बचाने के लिए घर की तरफ भागे। इस दौरान बदमाशों ने उमेश को भी निशाना बनाया।
अतीक अहमद के दो बेटों समेत 7 लोग पुलिस हिरासत में
सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, जिसमें अतीक अहमद के दो बेटे एजम और आबान भी शामिल हैं। हत्याकांड के खुलासे के लिए प्रयागराज कमिश्नरेट की 8 पुलिस टीमों को लगाया गया है। उधर, यूपी एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट अतीक अहमद के गुर्गों के साथ-साथ उमेश पाल की पुरानी रंजिश के आरोपियों की जानकारी भी जुटा रही है। साथ ही पुलिस वारदात को अंजाम देने के पैटर्न पर अतीक अहमद के बमबाज गुर्गों को ढूंढ रही है।
अतीक अहमद ने करवाई बेटे की हत्या- उमेश पाल की मां
बेटे की हत्या पर उमेश पाल की मां का कहना है- गोलियों और बम की आवाज सुनकर हम लोग बाहर की ओर दौड़े। राजू पाल हत्याकांड में मेरे बेटे की पेशी थी। वो कोर्ट से आया था, तभी उस पर हमला कर दिया गया। इस वारदात को अतीक अहमद ने अंजाम दिया है।
25 जनवरी 2005 को दिनदहाड़े हुई थी राजू पाल की हत्या
यूपी में 2004 के आम चुनाव में फूलपुर से सपा के टिकट पर अतीक अहमद को सांसद चुना गया था। इसके बाद इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट खाली हो गई थी। इस सीट पर हुए उपचुनाव में सपा ने अतीक के छोटे भाई अशरफ को टिकट दिया था, लेकिन बसपा ने उसके सामने राजू पाल को खड़ा किया था। इसमें राजू पाल ने अशरफ को हराया था। उपचुनाव में जीत दर्ज कर पहली बार विधायक बने राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में देवी पाल और संदीप यादव की भी मौत हुई थी। दो अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हत्याकांड में सीधे तौर पर सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ का नाम सामने आया था।
अतीक अहमद के खिलाफ 97 केस
2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद अतीक अहमद के बुरे दिन शुरू हो गए थे। एक के बाद एक ताबड़तोड़ केस दर्ज होने लगे और संपत्तियां कुर्क की जाने लगी। अतीक और उसके गुर्गों की अब तक करीब हजार करोड़ की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। अतीक अहमद रजिस्टर्ड माफिया और आईएस 227 गैंग का सरगना है। अतीक अहमद के खिलाफ 97 आपराधिक केस दर्ज हैं। वह अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है।