फर्जी पत्रकार बनकर आए थे और अतीक-अशरफ पर बरसा दीं गोलियां, बड़ा माफिया बनने की चाह में की हत्या; जानिए कौन हैं तीनों कातिल

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Rahul Garhwal
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फर्जी पत्रकार बनकर आए थे और अतीक-अशरफ पर बरसा दीं गोलियां, बड़ा माफिया बनने की चाह में की हत्या; जानिए कौन हैं तीनों कातिल

PRAYAGRAJ. यूपी के गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या कर दी गई। मेडिकल के लिए जाते वक्त 3 आरोपियों ने दोनों पर गोलियां बरसाईं। अतीक-अशरफ ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। अतीक-अशरफ को मारने वाले फर्जी पत्रकार बनकर आए थे। पूछताछ में पता चला है कि तीनों बड़ा माफिया बनना चाहते थे और इसलिए उन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। हम आपको बता रहे हैं अतीक-अशरफ के हत्यारे सनी, लवलेश और अरुण कौन हैं।





बड़ा माफिया बनना चाहते थे तीनों आरोपी





अतीक-अशरफ को मारने वाले तीनों आरोपी सनी, लवलेश और अरुण प्रयागराज के बाहर के रहने वाले हैं। उनका पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। आरोपियों ने तुर्किये की जिगाना पिस्टल से अतीक-अशरफ की हत्या की। ये पिस्टल भारत में बैन है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे, बड़ा माफिया बनना है इसलिए हत्याकांड को अंजाम दिया।





कहां के रहने वाले हैं तीनों आरोपी





सूत्रों के मुताबिक पहला आरोपी लवलेश तिवारी यूपी के बांदा का रहने वाला है। वो इससे पहले एक लड़की को थप्पड़ मारने के मामले में जेल जा चुका है। फेसबुक पर खुद को बजरंग दल का बताता है। अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है। वहीं तीसरा आरोपी कासगंज का रहने वाला है। लवलेश के पिता का कहना है कि उनका उससे कोई लेना-देना नहीं है। लवलेश 5-6 दिन पहले घर आया था। वो पहले भी एक केस में जेल जा चुका है। आपको बता दें कि जांच में सामने आया है कि तीनों आरोपी हत्या का मकसद लेकर प्रयागराज आए थे।





आरोपियों ने पुलिस से क्या कहा





आरोपियों ने पुलिस को बयान दिया कि माफिया अतीक का पाकिस्तान से संबंध था। उसने और उसके गैंग में शामिल सदस्यों ने तमाम निर्दोष लोगों का कत्ल किया था। अतीक जमीन हड़पने के लिए हत्या करता था और विरोध में गवाही देने वालों को भी नहीं छोड़ता था। उसका भाई अशरफ भी ऐसा करता था, इसलिए हमने दोनों को मार डाला।





जेल में हुई थी तीनों की दोस्ती





अतीक-अशरफ के तीनों हमलावर शातिर अपराधी हैं। तीनों हत्या, लूट समेत संगीन आरोप में जेल जा चुके हैं। उनकी दोस्ती जेल में ही हुई थी। ये तीनों अतीक और अशरफ को मारकर बड़े माफिया बनना चाहते थे। तीनों का मानना है कि छोटे-छोटे अपराध में जेल जाने से उनका नाम नहीं हो रहा था, इसलिए वो कुछ बड़ा करने की सोच रहे थे। उन्होंने नाम कमाने के लिए अतीक-अशरफ की हत्या की साजिश रची थी।





हत्याकांड के बाद आरोपियों ने कर दिया सरेंडर





अतीक-अशरफ को मारने के बाद तीनों आरोपियों ने फौरन सरेंडर कर दिया। उन्होंने हथियार छोड़ दिए और हाथ ऊपर करके सरेंडर-सरेंडर कहते हुए आत्मसमर्पण कर दिया। आरोपियों ने इस दौरान जय श्री राम के नारे भी लगाए। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से एक कैमरा और एक माइक आईडी बरामद की गई है।





हत्यारों की बाइक का नंबर फर्जी





तीनों आरोपी जिस बाइक से अतीक-अशरफ को मारने आए थे उसका नंबर फर्जी है। बाइक उन तीनों में से किसी के नाम पर नहीं है। बाइक का नंबर UP 70M 7337 है और ये सरदार अब्दुल मन्नान खान के नाम से रजिस्टर है। इस बाइक को 3 जुलाई 1998 को खरीदा गया था।





लवकेश तिवारी के पिता और मां का बयान





आरोपी लवकेश तिवारी ने पिता ने लवकेश को लेकर कहा कि हमें जानकारी नहीं है और ना हमारा इससे कोई लेना-देना है। 5-6 दिन पहले लवकेश घर आया था। उसका घर से कोई लेनादेना नहीं था। सालों से बोलचाल भी बंद है। थप्पड़ मारने के केस में जेल गया था, तब से बातचीत बंद है। नशा करता है। हमने उसे त्याग दिया है। लवकेश की मां ने कहा कि वो संकटमोचन का बड़ा भक्त था, बिना दर्शन किए चाय भी नहीं पीता था। गाता-बजाता भी था, मेरे साथ मंडली में भी जाया करता था। पता नहीं नसीब में क्या था। एक हफ्ते पहले घर से निकला था। जब से गया है, तब से कोई बात नहीं हुई है।





सनी के भाई ने क्या कहा





अतीक-अशरफ की हत्या करने वाले सनी सिंह गोली मारने वालों में दूसरा शूटर सनी सिंह है। वो हमीरपुर का रहने वाला है। उसके भाई पिंटू सिंह ने बताया कि हम लोग 3 भाई थे, जिसमें से एक की मृत्यु हो गई। सनी के ऊपर पहले से भी कई मामले दर्ज हैं। वो कुछ नहीं करता था। हम उससे अलग रहते हैं। वो बचपन में ही घर छोड़कर भाग गया था।





अरुण के गांव वालों ने क्या कहा





अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है। उसके गांव वालों ने बताया कि 20 साल पहले अरुण के मां-बाप की मौत हो गई थी। उसके 2 भाई और हैं, जो दिल्ली में काम करते हैं। उसे हमने बचपन में देखा था, उसके बाद गांव में उसे हमने कभी नहीं देखा।





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FIR दर्ज कराएगा अशरफ का परिवार





अतीक-अशरफ का परिवार इस हत्याकांड के खिलाफ FIR दर्ज कराएगा। सूत्रों के मुताबिक अतीक की पत्नी जैनव फातिका हत्या की तहरीर दे सकती हैं। पुलिस कस्टडी में हत्या का केस दर्ज कराया जा सकता है।



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