उत्तर प्रदेश के बरेली से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां नवजात बच्ची को गन्ने के खेत में फेंककर चले गए। बच्ची पूरी रात खेत में तड़पती रही। मासूम के पैरों को एड़ियों को कीड़े खाते रहे। सुबह तक दोनों पैरों की एड़ियों को कीड़ों न खा डाला। मामला सुल्तानपुर गांव का है। यहां नौलखराम को शाम को खेत में बच्ची के रोने की आवाज आई। उन्होंने ध्यान नहीं दिया। रात में भी रोने की आवाजें आती रही। न्होंने सुबह देखा तो बच्ची खते में पड़ी हुई थी। बच्ची बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती है जहां उसका इलाज चल रहा है।
पैरों को कीड़ों ने कुतर दिया
बच्ची पूरी रात खेत में पड़े रहने की वजह से उसके दोनों पैरों पर कीड़े-मकौड़े लग गए। उसके दोनों पैरों की एड़ियों को कीड़ों ने खा लिया। बच्ची की हालत यह हो गई कि सकी एड़ियों की हड्डियां तक दिखने लगीं। बच्ची दर्द में चीखती रही, मगर किसी ने उसे उठाया तक नहीं। बहरहाल अब उसे जिला अस्पताल की एसएनसीयू (सिक न्यूवॉर्न केयर यूनिट) में रखा गया है और ऑपरेशन किया जा रहा है।
नौलखराम बोले- मैं पालूंगा उसे
जिस नौलखराम के गन्ने के खेत में बच्ची मिली उनका कहना है कि उनकी शादी को तीन साल हो चुके हैं। उनकी अभी एक महीने की बेटी है। जिसका नाम उन्होंने अंशिका रखा है। नौलखराम का कहना है कि खेत में मिली बच्ची को वह पालेंगे, क्योंकि वह उनके खेत से मिली है। नौलखराम खेत में मिली बेटी की जिला अस्पताल में परिजन की तरह देखरेख में जुट गए हैं।
चाइल्ड लाइन की टीम मौजूद
चाइल्ड लाइन की को-ऑर्डिनेटर आरती ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी। इसके बाद उन्होंने तत्काल अपनी टीम को भेजा था। इसके बाद बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। फिलहाल उसकी देख-रेख के लिए रजनी अस्पताल में रुकी है। उनके साथ शाही पुलिस की एक कांस्टेबल प्रतिज्ञा सिद्धू भी है।