भोपाल: यहां नीलबड़ स्थित डीपीएस की 8 साल की छात्रा की 4 जनवरी 2019 को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। अब पता चला है कि बच्ची का सेक्सुअल हैरेसमेंट (यौन शोषण) किया गया था। मामले में हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं।
क्या है मामला
वकील हेमंत श्रीवास्तव के मुताबिक, 8 साल की बच्ची डीपीएस नीलबड़ में पढ़ती थी। 4 जनवरी 2019 को स्कूल बस से उतरकर मां के साथ स्कूटी पर घर जा रही थी। थोड़ी दूर ही गई थी कि बच्ची स्कूटी से गिर गई। मां बच्ची को अस्पताल लेकर गई। अस्पताल में बच्ची का पोस्टमॉर्टम हुआ। इसमें पता लगा कि बच्ची के पेट में जहर है। बाद में लीपापोती कर दी गई। यह कहा गया कि यह तो ऑर्गनिक पॉइजन है।
पेरेंट्स सीएम से भी मिले थे, पर कुछ नहीं हुआ
हेमंत श्रीवास्तव बताते हैं कि माता-पिता ने बहुत हाथ-पांव मारे कि बच्ची तो अच्छी-खासी स्कूल गई थी, हंसते-खेलते वापस भी आई, फिर वो खत्म कैसे हो गई। इसको लेकर वे कई लोगों से मिले, चिट्ठियां भी लिखीं, मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कर पुलिस जांच ठीक से कराने को कहा। नेशनल कमीशन फॉर चाइल्ड प्रोटेक्शन राइट्स (NCCPR) को भी अप्रोच किया। NCPR ने मामले को संज्ञान में लेकर पुलिस से ठीक से जांच करने को कहा। बच्ची ने मौत से पहले कुछ ड्रॉइंग बनाई थीं, उन्हें भी नेशनल चाइल्ड कमीशन को दिया गया। कमीशन ने एम्स से उसकी रिपोर्ट एनालाइज कराई। उन्होंने पाया कि बच्ची के साथ सेक्सुअल एब्यूज (यौन प्रताड़ना) हुआ है। इस एंगल को भी देखने की जरूरत है।
हाईकोर्ट ने दिया ऑर्डर
श्रीवास्तव ने बताया कि जब मामले में खास कार्रवाई नहीं हुई तो हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई। हाईकोर्ट ने सीबीआई को नोटिस करने के ऑर्डर दिए हैं। मामले के लिए 5 जनवरी 2019 को स्पेशल टास्क फोर्स (SIT) का गठन हुआ था। SIT ने अब तक क्या किया, उसकी स्टेटस रिपोर्ट भी फाइल करने को कहा गया है।