VARANASI. आईआईटी-बीएचयू में बुधवार देर रात एक छात्रा छेड़छाड़ की गई। अपने बॉय फ्रंड के साथ जा रही छात्रा को तीन युवकों ने गन दिखाकर रोका और फिर जबरन किस किया। इसके बाद उसके कपड़े उतरवाए। उसका वीडियो बनाने की भी चर्चा है। घटना के विरोध में गुरुवार को यूनिवर्सिटी के हजारों छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। घटना पूरे शहर में बिजली की तरह फैल गई है।
घटना बीएचयू कैंपस में एग्रीकल्चर फॉर्म के पास की
स्टूडेंट के साथ घटना बीएचयू कैंपस में कर्मन बाबा मंदिर से करीब 300 मीटर दूर एग्रीकल्चर फॉर्म के पास रात करीब डेढ़ बजे की है। आज सुबह करीब 2500 छात्रों ने राजपूताना हॉस्टल के सामने प्रोटेस्ट किया। इसके बाद विरोध की हवा पूरे कैंपस में फैल गई। देखते ही देखते भारी संख्या में छात्र विरोध में शामिल हो गए।
स्टूडेंट्स ने विरोध करते हुए पूरा कैंपस बंद करा दिया। क्लास और लैब में रिसर्च का काम भी बंद कर दिया गया। पूरे कैंपस में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई है। वहीं, इस मामले में लंका थाने में पुलिस ने FIR दर्ज की है।
पीड़ित छात्रा ने बताई खुद पूरी घटना...
15 मिनट तक कब्जे में रखा, जो मन आया किया
पीड़ित छात्रा ने बताया, 'मैं बुधवार रात 1:30 बजे अपने हॉस्टल से किसी जरूरी काम के लिए बाहर निकली। कैंपस के गांधी स्मृति चौराहे के पास मुझे मेरा दोस्त मिला। हम दोनों साथ में जा रहे थे कि रास्ते में कर्मन बाबा मंदिर से करीब 300 मीटर दूर पीछे से एक बुलेट आई। उस पर 3 लड़के सवार थे। उन लोगों ने बाइक खड़ी करके मुझे और मेरे दोस्त को रोक लिया।
इसके बाद गन पॉइंट पर हमें अलग कर दिया। मेरा मुंह दबाकर मुझे एक कोने में ले गए। वहां पहले मुझे किस किया, उसके बाद गन पॉइंट पर मेरे कपड़े उतरवाए। मेरा वीडियो बनाया और फोटो खींची। मैं जब बचाव के लिए चिल्लाई तो मुझे मारने की धमकी दी। करीब 10-15 मिनट तक मुझे अपने कब्जे में रखा और फिर छोड़ दिया।
मैं अपने हॉस्टल की ओर भागी तो पीछे से बाइक की आवाज आने लगी। डर के मारे एक प्रोफेसर के आवास में घुस गई। वहां पर 20 मिनट तक रुकी और प्रोफेसर को आवाज दी। प्रोफेसर ने मुझे गेट तक छोड़ा। उसके बाद पार्लियामेंट सिक्योरिटी कमेटी के राहुल राठौर मुझे IIT-BHU पेट्रोलिंग गार्ड के पास लेकर पहुंचे। जहां से मैं अपने हॉस्टल तक सुरक्षित आ पाई। तीनों आरोपियों में से एक मोटा, दूसरा पतला और तीसरा मीडियम हाइट का था।
सीसीटीवी फुटेज से खिलवाड़ की आशंका, कैंपस पूरी तरह बंद किया जाए
IIT-BHU में ह्यूमैनिटिज के शोध छात्र दीपक राठौर ने कहा, "1 नवंबर की रात में अब तक का सबसे बड़ा हीनियस क्राइम हुआ है। लड़की का अश्लील वीडियो भी बना लिया गया है। रात में छात्रा के साथ हद से ज्यादा गलत काम किया गया। IIT-BHU प्रशासन, प्रॉक्टोरियल बोर्ड और डायरेक्टर की ओर से अभी कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। हो सकता है कि उस जगह के CCTV फुटेज से भी खिलवाड़ कर दिया जाए। आए दिन संस्थान की छात्राओं के साथ छेड़खानी की जा रही है। इस पर संस्थान के अधिकारी खामोश हैं। हम चाहते हैं कि कैंपस को पूरी तरह से बंद किया जाना चाहिए।"
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग, मिसिंग डायरेक्टर का पोस्टर लेकर नारेबाजी
प्रोटेस्ट कर रहे छात्र डायरेक्टर ऑफिस के सामने धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि जब तक आरोपियों को अरेस्ट नहीं किया जाता, तब तक हम नहीं हटेंगे। इस दौरान पुलिस अधिकारियों के साथ तीखी बहस हुई। स्टूडेंट्स डायरेक्टर को बुलाने की मांग पर अड़े हैं। थोड़ी देर बाद छात्रों ने डायरेक्टर का मिसिंग पोस्टर जारी किया। स्टूडेंट्स ने डायरेक्टर के फोटो को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं भेलूपुर एसीपी ने पूरे काशी जोन से फोर्स बुलाने का आदेश दे दिया है।
शाम तक धरने पर बैठे रहे स्टूडेंट
छात्र संगठन और IIT BHU प्रशासन के बीच बातचीत के बाद स्टूडेंट्स धरने पर बैठे रहे। घटना का विरोध कर रहे छात्रों ने कहा, डायरेक्टर से मिले बिना हम नहीं उठने वाले। वहीं #IITBHU एक्स पर ट्रेंड कर रहा है।
यूनिवर्सिटी का सर्कुलर जारी, रात 10 से सुबह 5 बजे तक कैंपस में नो एंट्री
स्टूडेंट्स के प्रोटेस्ट के बाद IIT-BHU के डायरेक्टर ऑफिस से सर्कुलर जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि कर्मचारियों और छात्रों के लिए परिसर में सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए संस्थान में सभी बैरिकेड्स अब रात 10 से सुबह 5 बजे तक बंद रहेंगे। पोस्ट पर मौजूद गार्ड वाहनों का परिचय जानकर अंदर आने की अनुमति दे सकता है। इसके अलावा जिनके पास BHU स्टीकर या IIT-BHU का स्टीकर या ID होगा, उन्हीं को कैंपस में प्रवेश मिलेगा। यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू किया जाता है।
प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस ने एक्स पोस्ट पर लिखा...
छह साल पहले BHU में छेड़छाड़ की घटनाओं के खिलाफ छात्रों ने किया था आंदोलन 23 सितंबर, 2017 को BHU में छेड़खानी से तंग छात्राओं ने आवाज बुलंद की थी। इस पर पुलिस ने उन्हें जमकर पीटा। बीएचयू मेन गेट पर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर देश का सबसे बड़ा आंदोलन किया गया था। इसके बाद कैंपस में कई बड़े बदलाव किए गए।
पहली बार महिला चीफ प्रॉक्टर की नियुक्ति की गई। कैंपस में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए। क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) का गठन किया गया। यहां तक कि अस्तित्व में आने के बाद से पहली बार इस विश्वविद्यालय के सुरक्षा दस्ते में महिला सुरक्षाकर्मियों को भी शामिल किया गया। महिला शिकायत निवारण प्रकोष्ठ बनाया गया।