LUCKNOW. उत्तर प्रदेश के कौशांबी में एक 13 साल के बच्चे के ऊपर फ्री फायर गेम का खुमार ऐसा चढ़ा कि वो घर से पैसे और जेवर लेकर भाग गया। बच्चा घर से 40 हजार कैश, टैबलेट-मोबाइल और 10 लाख के जेवर लेकर कर्नाटक के बेंगलुरु शहर भाग गया। परिजन ने बच्चे के लापता होने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी।
बेंगलुरु से बरामद हुआ बच्चा
सर्विलांस और साइबर सेल टीम की मदद से बच्चे को बेंगलुरु से बरामद कर लिया गया। उसके पास से जेवरात, टैबलेट और मोबाइल भी मिला। बच्चे ने बताया कि उसे फ्री फायर गेम खेलना बहुत ही ज्यादा पसंद है। घर के लोग गेम खेलने के लिए उसे मना करते थे। गेम को अनलॉक करने के लिए पैसे की जरूरत होती है। इसी दौरान उसे इंटरनेट पर पता चला कि बेंगलुरु शहर में आईटी सेंटर है, जहां पर उसे गेम खेलने से कोई नहीं रोकेगा। नए-नए गेम खेलने को भी मिलेंगे। इसलिए वो 13 मई को घर से भाग गया था। बेंगलुरु रेलवे स्टेशन पर काफी दिन तक भटकता रहा।
रोकटोक की वजह से चिड़चिड़ा हो गया था बच्चा
बच्चे के घरवालों का कहना है कि उनका बेटा फ्री फायर गेम खेलने का आदी हो गया था। अगर उसे कोई गेम खेलने से मना करता था तो वो विवाद करता था। रोकटोक की वजह से वो चिड़चिड़ा हो गया था। गेम को और हाईटेक करने के लिए अनलॉक करना होता था और अनलॉक करने के लिए पैसे की जरूरत होती थी, लेकिन उसे पैसा नहीं मिल पाता था। इस वजह से वो काफी परेशान हो गया था।
आईटी सेंटर के लालच में घर से भागा
बच्चे को इंटरनेट से जानकारी मिली कि कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में कई आईटी सेंटर हैं, जहां पर उसे नए-नए गेम खेलने को मिलेंगे और कोई उसे गेम खेलने से रोकेगा भी नहीं। 13 मई को घर के नकदी, जेवरात, टैबलेट और मोबाइल लेकर फरार हो गया। बच्चे की मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
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एसपी ने लोगों से की अपील
एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया है। उन्होंने पेरेंट्स को सलाह दी कि अपने बच्चों को कम उम्र में महंगे गैजेट से दूर रखें और उनकी गतिविधियों को ध्यान रखें। किस प्रकार का गेम खेल रहे हैं। गेम सेफ है कि नहीं और अगर लगातार सतर्क दृष्टि रखेंगे तो बच्चे इस तरीके से गुमराह होने से बचेंगे।