विपक्ष के 14 नेताओं ने ‘I.N.D.I.A’ ने सुंदर पिचई-मार्क जुकरबर्ग को लिखा पत्र, मेटा और यूट्यूब हमारे साथ पक्षपात कर रहे

author-image
Pratibha Rana
एडिट
New Update
विपक्ष के 14 नेताओं ने ‘I.N.D.I.A’ ने सुंदर पिचई-मार्क जुकरबर्ग को लिखा पत्र, मेटा और यूट्यूब हमारे साथ पक्षपात कर रहे

New Delhi. भारत में लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। लगभग सभी दल अपनी-अपनी रणनीति के तहत सोशल मीडिया का भी सहारा ले रहे हैं। ऐसे में अब सोशल मीडिया के कई बड़े प्लेटफॉम्स पर भेदभाव का मामला सामने आया है। इसको लेकर I.N.D.I.A गठबंधन के 14 नेताओं ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचई और मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को एक पत्र लिखा है। पत्र में विपक्षी गठबंधन ने मेटा और यूट्यूब पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है। नेताओं ने कहा है कि इन प्लेटफॉर्म्स पर विपक्षी नेताओं के कंटेंट को काटा, छांटा और दबाया जाता है। साथ ही भारत में सत्ताधारी दल के कंटेंट को प्रमोट किया जाता है। उन्होंने वाशिंगटन पोस्ट अखबार की एक रिपोर्ट का हवाला भी दिया है।

11 अक्टूबर को भेजे गए पत्र का यह लिखा...

‘आपको वाशिंगटन पोस्ट अखबार में हाल ही में छपी रिपोर्ट के बारे में जानकारी होगी, जिसमें टाइटल था, ही लाइवस्ट्रीम्ड हिज अटैक्स ऑन इंडियन मुस्लिम्स, यूट्यूब गिव्स हिम अवार्ड। इस रिपोर्ट में संप्रादायिक नफरत और भारतीय समाज को बांटने में यूट्यूब के रोल के बारे में बताया गया था। इस रिपोर्ट में विस्तार से बताया गया था कि बीजेपी के मेंबर्स और समर्थक किस तरह इस प्रोपेगेंडा को यूट्यूब पर चला रहे हैं। वाशिंगटन पोस्ट की इंवेस्टिगेशन से यह साफ हो गया है कि अल्फाबेट (कंपनी) और खासतौर से सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ने और भारत में सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए दोषी है। इसके अलावा हमारे पास मौजूद डेटा से यह पता चलता है कि किस तरह से विपक्षी नेताओं के कंटेंट को आपके प्लेटफॉर्म पर काटा, छांटा और दबाया जाता है। साथ ही भारत में सत्ताधारी दल के कंटेंट को प्रमोट किया जाता है।’

दो पेज का पत्र गूगल के सीईओ सुंदर पिचई को लिखा...

I.N.D.I.A गठबंधन के नेताओं का कहना है कि किसी निजी विदेशी कंपनी का विशेष राजनीतिक गठबंधन के साथ इस तरह का पक्षपात भारतीय लोकतंत्र में दखल देने जैसा है। इंडिया गठबंधन इसे गंभीरता से लेते हैं। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर हमारी गुजारिश है कि इन बातों को गंभीरता से लें और तत्काल यह सुनिश्चित करें कि अल्फाबेट का भारत में कामकाज निष्पक्ष रहेगा। भारतीय लोकतंत्र के मानकों के साथ जानबूझकर या अंजाने में कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। हम यह पत्र अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी की जयंती वाले महीने में लिख रहे हैं। हमें विश्वास है कि आप और अल्फाबेट भारतीय में सदभाव के पक्ष में होंगे, जैसा कि महात्मा गांधी चाहते थे। इंडिया गठबंधन इस मामले में आपका पूरा सहयोग चाहते हैं।

पत्र पर खड़गे, राहुल गांधी, शरद पवार समेत कई नेताओं के साइन

सुंदर पिचई और जुकरबर्ग के भेजे गए लेटर्स में कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, हेमंत सोरेन, टीआर बालू, ललन सिंह, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, डेरेक ओब्रायन, सीताराम येचुरी, डी राजा, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती के साइन हैं।

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर शेयर की पत्र की कॉपी

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर पत्र की कॉपी शेयर की है। इसके कैप्शन में लिखा- सत्तारूढ़ भाजपा के सांप्रदायिक घृणा अभियान को सहायता देने में फेसबुक और व्हाट्सएप की भूमिका को उजागर हो गई है।

मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग गूगल के सीईओ सुंदर आईएनडीआईए गठबंधन Washington Post YouTube India Alliance letter from 14 opposition leaders Meta CEO Mark Zuckerberg Google CEO Sundar वाशिंगटन पोस्ट यूट्यूब विपक्ष के 14 नेताओं का पत्र