BHOPAL. संसद पर हमले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में आज जमकर हंगामा हुआ। 15 सांसदों को पूरे सत्र से बर्खास्त कर दिया गया। वहीं स्मोक अटैक करने वालों पर आतंकवाद का केस लगाया गया है। मध्यप्रदेश में फिर से बुलडोजर चलाने की कार्रवाई हुई है। देश और राज्यों की आज की 5 बड़ी खबरें...
15 सांसद बर्खास्त
संसद के शीतकालीन सत्र के नौवें दिन गुरुवार को लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी नेताओं ने नारेबाजी की। दिन में कई बार सदन को स्थगित करना पड़ा। इसके बाद लोकसभा से विपक्षी पार्टियों के 14 सांसदों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया। इनमें कांग्रेस के टी एन प्रतापन, हिबी ईडन, जोथिमानी, राम्या हरिदास, डीन कुरियाकोस , मनिकम टैगोर, एमडी जावेद, वीके श्रीकंदन और बेनी बेहनन शामिल हैं। सस्पेंडेड सांसदों में CPI (M) और DMK के 2-2 और CPI के एक नेता शामिल हैं। वहीं राज्यसभा से TMC सांसद डेरेक ओ'ब्रायन को भी बचे हुए सत्र से निलंबित किया गया।
स्मोक अटैक करने वालों पर आतंकवाद का केस
13 दिसंबर को संसद में घुसपैठ करने वाले दो आरोपियों और उनके दो सहयोगियों को गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। चारों आरोपियों पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया है। उधर, सुरक्षा में चूक के चलते संसद सचिवालय ने गुरुवार को 8 सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। इनके नाम रामपाल, अरविंद, वीर दास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित और नरेंद्र हैं।
मुख्तार के भाई अफजल की सांसदी होगी बहाल
मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजल अंसारी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने गैंगस्टर मामले में 4 साल की सजा और उनकी दोष सिद्धि पर अंतरिम रोक लगा दी है। अफजाल अंसारी की सजा पर रोक के बाद अब उनकी संसद सदस्यता बहाल हो जाएगी। अब हाईकोर्ट का अंतिम निर्णय आने तक गाजीपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव नहीं होगा।
MP में फिर चला बुलडोजर
बीजेपी कार्यकर्ता का हाथ काटने वाले आरोपी फारुख राइन उर्फ मिन्नी के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद एक बार फिर प्रदेश में बुलडोजर चला है। आरोपी फारूक राइन पर बीजेपी कार्यकर्ता देवेंद्र ठाकुर की हथेली काटने का आरोप था। ये बुलडोजर आरोपी के भोपाल के 11 नंबर जनता कॉलोनी के घर पर चला है। वहीं, उज्जैन में खुले में मांस विक्रेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। बुलडोजर चलाकर इन अस्थाई दुकानों को हटाया गया।
सीनियर जज से प्रताड़ित महिला जज ने मांगी मौत
उत्तर प्रदेश के बांदा में पदस्थ महिला जज का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पत्र में महिला जज ने जिला जज पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पत्र के वायरल होते ही हड़कंप मच गया है। महिला जज ने पत्र में लिखा कि मैं भारत में काम करनी वाली महिलाओं से कहना चाहती हूं कि वे यौन उत्पीड़न के साथ जीना सीखें। ये हमारे जीवन का सत्य है।