BHOPAL. ठंड से बचने के लिए सिगड़ी जलाकर सोने से आपकी जान जा सकती है, इसलिए ऐसा बिल्कुल न करें। छतरपुर में कॉक्स डिसलरी के 2 कर्मचारियों की सिगड़ी जलाकर सोने से मौत हो गई। रात में बंद कमरे में सिगड़ी जलाकर सोने से दोनों का दम घुट गया। वहीं 3 कर्मचारी बेहोश हैं। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर पांचों को बाहर निकाला।
बंद कमरे में जानलेवा सिगड़ी
सिगड़ी में कोयला जलता है। आग जलाने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है। इसलिए जब बंद कमरे में कोयले को जलाया जाता है तो धीरे-धीरे कमरे की सारी ऑक्सीजन खत्म हो जाती है। इसके साथ ही कार्बनडाइऑक्साइड और कार्बन मोनो ऑक्साइड से कमरा भर जाता है। सोते-सोते कब इंसान बेहोश हो जाता है, पता ही नहीं चलता। ऑक्सीजन की कमी से जान चली जाती है।
सावधानी बरतनी जरूरी
सबसे पहले तो बंद कमरे में सिगड़ी जलाने या हीटर चलाने से बचें। अगर बहुत ही ज्यादा जरूरी हो तो कमरे की खिड़कियां या दरवाजा खुला रखकर सिगड़ी जलाएं या हीटर चलाएं। इससे खिड़की या दरवाजे से हवा कमरे में आ सके।