JAIPUR. राजस्थान के शहर भरतपुर के एक होटल में रविवार को धर्मांतरण का कार्यक्रम चल रहा था। इस लाइव कार्यक्रम में चंडीगढ़ से एक प्रोफेट लोगों को दीक्षा दे रहा था। सभा में दावा किया जा रहा था कि वे मरे हुए बच्चे को जिंदा कर देंगे और कैंसर जैसी बीमारी को सही कर देंगे। मामला सामने आने के बाद कार्यक्रम आयोजक कुंवर सिंह और शैलेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों से पूछताछ में चौंकाने वाले वीडियो आए सामने
दोनों ने पूछताछ में एक नाम बताया है-प्रोफेट बिजेंद्र सिंह...। जब इस नाम को इंटरनेट पर खंगाला तो कई चौंकाने वाले वीडियो सामने आए। इधर दोनों आरोपियों ने बताया कि वे तो केवल माध्यम है। असली सेलिब्रिटी तो कोई और है। दावा किया जा रहा है कि ये लोग अब तक 20 हजार लोगों का धर्म बदलवा चुके हैं।
चंडीगढ़ से ऑपरेट हो रहा था नेटवर्क, वहीं से मिलते थे रुपए
होटल में लाइव प्रोग्राम में प्रोफेट बिजेंद्र सिंह चंडीगढ़ से लोगों को धर्मांतरण की दीक्षा दे रहा था। वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को ठीक करने का दावा कर रहा था। इसके लिए स्थानीय आयोजक कुंवर सिंह और यूपी के शैलेंद्र सिंह ने माइक, स्पीकर और 5 बड़ी LED लगाईं थीं। होटल का हॉल भी धार्मिक आयोजन के नाम पर बुक किया था।
इधर, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे 2020 से बिजेंद्र सिंह से जुड़े थे। अकेले भरतपुर में ये लोग 20 हजार से ज्यादा लोगों को धर्मांतरण की दीक्षा दिलवा चुके हैं। चंडीगढ़ में बैठा बिजेंद्र ही इन्हें आयोजन के लिए ऑनलाइन पैसे भेजता था। पुलिस ने भरतपुर के रहने वाले कुंवर सिंह और यूपी के फिरोजाबाद के शैलेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है। इनके साथ 8 अन्य की गिरफ्तारी की गई है। वहीं आरोपियों के पास से आयोजन का सामान और पुस्तकें जब्त की गई हैं।
एडवोकेट संदीप कुमार गुप्ता ने किया भंडाफोड़
संदीप बताया- अगर वो अपने दोस्त की शादी के लिए मैरिज हॉल बुक करने सोनार हवेली नहीं पहुंचते तो इस धर्मांतरण के खेल का खुलासा नहीं हो पाता। धर्मांतरण कराने वाले भी हिन्दू थे। कुछ पैसों का लालच और बीमारी ठीक करने के बहाने लोगों को यहां धर्म परिवर्तन की दीक्षा दी जा रही थी।
हॉल में चल रहे थे भड़काऊ भाषण
25 फरवरी को मेरे दोस्त मोहित की शादी है। ऐसे में 11 फरवरी को संडे था और इसी के चलते मैं (संदीप कुमार ) अपने दोस्त नवनीत बंशीवाल के साथ सोनार हवेली में बुकिंग के लिए गया था। हम जैसे ही हॉल में पहुंचे, वहां करीब 400 लोग मौजूद थे, जिनमें महिलाएं, पुरुष और बच्चे भी थे। साथ ही मंच पर कम से कम 15 लोग उन्हें डिक्टेट कर रहे थे। पूरे हॉल को धार्मिक रूप दिया गया था। वहां पर बड़े LED लगे थे, जिस पर खुद को धर्म गुरु कहने वाला एक 30-32 साल का युवा धर्मांतरण के लिए भड़काऊ भाषण दे रहा था।
भजनों की तरह सुर में चल रही थी प्रार्थना
गुप्ता ने बताया- स्टेज पर दवाओं के जैसी बोतल रखी हुई थी। वहां कुंवर सिंह और अन्य लोग नीचे बैठे लोगों को ईसाई धर्म में कन्वर्ट हो जाने के लिए प्रेरित कर रहे थे। धर्म ग्रंथ की किताब लोगों के हाथ में देकर प्रभु यीशु की कसम दिलाकर धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा था। वहां मौजूद लोगों को ईसाई धर्म के फायदे बताए जा रहे थे। हिंदू धर्म के देवी-देवताओं की बुराई की जा रही थी और बीमार लोगों का इलाज किया जा रहा था। ईसाई धर्म के कपड़े पहने हुए लोग दवाई के नाम पर लोगों को पानी में कुछ मिलाकर पिला रहे थे।
माइक से कुंवर सिंह और सिद्धार्थ गौतम हिन्दू देवी-देवताओं के लिए अपशब्दों का उपयोग कर रहे थे। वह लोगों को कह रहे थे कि हिन्दू धर्म कमजोर है, सिर्फ यीशु ही तुम्हारा इलाज कर सकता है। बच्चियों के हाथ में बाइबल देकर यीशु के गीत गाने के लिए कहा जा रहा था। ये गीत हिन्दू धर्मों के भजन की तरह थे, लेकिन गुणगान प्रभु यीशु का किया जा रहा था।
रिकॉर्डिंग करने लगे तो फोन छीना, धक्का देकर बाहर निकाला
गुप्ता ने बताया- ये सब माहौल देखकर हम चौंक गए और इस पूरी घटना का वीडियो बनाने लगे। जब वहां इन लोगों ने हमें वीडियो बनाते देखा तो टोकने लगे। हमने कहा- आप हमारे देवी-देवताओं के बारे में अपशब्द नहीं कह सकते। इतने में धर्मांतरण करवा रहे लोगों की ओर से आई महिलाओं ने हम दोनों से छीना झपटी शुरू कर दी। वीडियो रिकॉर्डिंग रोकने के लिए धमकाने लगे और हमारे फोन तोड़ दिए।
इसके बाद हमें धक्के देकर बाहर निकाल दिया। हमने तत्काल बीजेपी कार्यकर्ता और एडवोकेट उत्तम शर्मा को सूचना दी। वह तुरंत VHP जिलाध्यक्ष लाखन सिंह, VHP के जिला मंत्री श्याम सुंदर गुप्ता और अन्य हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं को लेकर होटल में पहुंचे।
आरोपी बोला- और जो कार्यक्रम चल रहे हैं, उन्हें रुकवाकर दिखाओ
वो एक बड़ा सेलिब्रिटी है आपको रोकना है तो उसे पकड़ो। सिर्फ यहां नहीं आज (रविवार) और भी कई जगह कार्यक्रम चल रहे हैं। आप उन्हें रोक लो, फिर मैं ये सब बंद कर दूंगा। कुंवर सिंह ने ये भी बताया कि इसके बाद जिसे भी धर्म बदलना हो उसे चंडीगढ़ भेजा जाता है। यहां यूपी, भरतपुर, बयाना से कई लोगों को बुलाया गया था। इसके बाद भीड़ बढ़ती देख वह घबरा गया और माफी मांगने लगा और आगे से ऐसा नहीं करने की बात कहने लगा।
वहीं जब एक महिला से हमने इस मामले में पूछा तो उसने कहा कि इलाज के नाम पर हमें यहां बुलाया गया था। गाड़ियों की व्यवस्था से लेकर खाने-पीने की पूरी जिम्मेदारी आयोजकों की तरफ से की गई थी। बता दें कि कुंवर सिंह को चंडीगढ़ से चंगेजी सभा कराने की जिम्मेदारी मिली थी।
दो मुख्य आयोजक समेत 8 गिरफ्तार
एडिशनल एसपी भूपेंद्र शर्मा ने बताया- रविवार को हमें सूचना मिली की कोई धर्म परिवर्तन का आयोजन सोनार हवेली में किया जा रहा है। इसके बाद उच्च अधिकारियों को इसके बारे में बताया गया। जाब्ता लेकर वहां पहुंचे और वहां मौजूद लोगों से बात की। वहां पर जो ऑर्गेनाइजर थे, उन्हें वहां से थाने लाया गया और पूछताछ की गई।
इसके बाद सामने आया कि यूट्यूब के माध्यम से एक वीडियो दिखाया जा रहा था। जिसमें ईसाई धर्म के बारे में बताया जा रहा था। सोमवार को कुंवर सिंह पुत्र बदन सिंह निवासी तुहिया भरतपुर, शैलेंद्र सिंह पुत्र जोगेंद्र सिंह निवासी टीकरी फिरोजाबाद ( यूपी ) को गिरफ्तार किया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं आयोजन में शामिल 8 अन्य की भी गिरफ्तारी की गई है।
इनके पास से ये सामान किया जब्त
इनके पास से 5 LED जिन पर लाइव वीडियो चल रहे थे।
धर्म ग्रंथ से संबंधित 352 किताबें।
शीशी में भरा सफेद रंग का पदार्थ और New Anointing Oil लिखी शीशी।
प्रोफेट बिजेंद्र सिंह मिनिस्ट्री लिखा डायमंड आईडी कार्ड।